‘संयुक्त किसान मोर्चा’ के आह्वान पर आज देशव्यापी चक्का जाम के तहत भाकपा-माले और किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने पूरे बिहार में 2 से 3 बजे तक चक्का जाम किया। माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने पटना सिटी में आयोजित चक्का जाम में हिस्सा लिया और कहा कि अब किसान आंदोलन पूरे देश में फैल गया है। मोदी सरकार की तानाशाही को पूरा देश देख रहा है और अब किसान आंदोलन के भीतर से मोदी सरकार के इस्तीफे की मांग उठने लगी है।
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बिहार-झारखंड प्रभारी व अखिल भारतीय किसान महासभा के महासचिव राजाराम सिंह ने कहा कि आज का चक्का जाम पूरी तरह से सफल रहा है। चक्का जाम में बड़ी संख्या में किसानों की भागीदारी हो रही है। यह आंदोलन अब दिल्ली से लेकर पटना तक फैल चुका है। यह देश देख रहा है कि किस प्रकार से तानाशाह मोदी सरकार अब किसानों के बाद पत्रकारों को प्रताड़ित कर रही है। सभी गिरफ्तार किसानों की अविलंब रिहाई होनी चाहिए और खोये हुए लोगों की बरामदगी होनी चाहिए।
बेगूसराय में जहां किसान महासभा के नेताओं ने एनएच 31 को जाम किया, वहीं गया में माले व किसान महासभा के समर्थकों ने जीटी रोड को जाम कर तीनों किसान विरोधी कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की। भोजपुर के पीरो में वाम दलों ने संयुक्त रूप से आरा-सासाराम हाईवे जाम किया। पालीगंज में माले विधायक संदीप सौरभ के नेतृत्व में सैंकड़ों की संख्या में सड़क पर उतरकर किसानों ने पटना-अरवल सड़क जाम कर दिया।
मुजफ्फरपुर में आइसा के छात्रों ने किसान आंदोलन के समर्थन में छात्र-नौजवान मार्च का आयोजन किया। पूर्वी चंपारण में एनएच 28 को एक घंटे तक जाम रखा गया। मधुबनी के हरलाखी में उमगांव बाजार को माले कार्यकर्ताओं ने जाम कर दिया। सीतामढ़ी में भी एनएच जाम रहा। सुपौल में माले कार्यकर्ताओं ने चिलोनी नदी पर बने पुल को जाम कर दिया। पूर्णिया के रूपौली में दमनकारी कानूनों के खिलाफ मार्च निकाला गया।
भोजपुर के मोपती, तरारी, अगिआंव, बिहियां, गड़हनी, आरा, जगदीशपुर आदि प्रखंडों में चक्का जाम के समर्थन में मार्च निकाला गया। हाजीपुर में महारानी चैक पर समन्वय समिति के कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम किया, जिसका नेतृत्व किसान महासभा के राज्य अध्यक्ष विशेश्वर यादव ने किया। बक्सर में एनएच 30 को जाम कर दिया गया।
जयनगर में एनएच 104 पर भी एक घंटे के लिए जाम रहा। कटिहार के बारसोई में किसानों ने चक्का जाम किया। जहानाबाद में माले विधायक रामबलि सिंह यादव ने चक्का जाम का नेतृत्व किया। सिवान, गोपालगंज, दरभंगा, नवादा, नालंदा, भभुआ आदि जिलों में भी चक्का जाम व्यापक पैमाने पर सफल रहा।