कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भारत में फेसबुक और भाजपा के संबंधों को लेकर बीजेपी पर हमला किया है। कांग्रेस ने फेसबुक पर भारत के चुनावों को प्रभावित करने और लोकतंत्र को कमज़ोर करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भारत में फेसबुक प्लेटफॉर्म पर हिंदी और बांग्ला भाषा में हेट स्पीच और अभद्र भाषा पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई शुरू नहीं करने पर सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी की आंतरिक रिपोर्ट का मुद्दा उठाते हुए कहा कि फेसबुक ने खुद को एक फेकबुक में बदल दिया है, जो बीजेपी के लिए फेक पोस्ट फैलता है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बजरंग दल को फेसबुक ने हिंसा फैलाने वाला संगठन माना पर भाजपा के डर से ऑफिशियली घोषित नही किया। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा के आरोपों पर फेसबुक इंडिया की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
फेसबुक द्वारा केवल 0.2% अभद्र भाषा को हो हटाया..
पावन खेड़ा ने फेसबुक पर काम कर चुके व्हिसलब्लोअर फ्रांसेस हौगेन के शोध दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा कि फेसबुक ने हिंदी और बांग्ला में घृणित हिंसक पोस्ट करने वालों के खिलाफ कोई निर्णायक कार्रवाई नहीं की हैं। खेड़ा ने कहा कि फेसबुक भारत से सबसे अधिक पैसा बनाती हैं इसके बावजूद उसके पास हिंदी या बांग्ला में पोस्ट को फ़िल्टर करने के लिए स्टाफ नही हैं। खेड़ा ने बताया कि भारत में केवल 9% उपयोगकर्ता है जो अंग्रेजी में पोस्ट करते हैं। हिंदी के इतने ज़्यादा उपभोक्ता होने के बाद भी उनके पास क्षेत्रीय भाषाओं के पोस्ट, कंटेंट को फिल्टर करने की व्यवस्था नहीं है। यह चौंकाने वाली बात है कि फेसबुक द्वारा केवल 0.2% अभद्र भाषा को हो हटाया गया है।
BJP के सहयोगी के रूप में काम कर रही फेसबुक: पवन खेड़ा
कांग्रेस प्रवक्ता खेड़ा ने यह भी आरोप लगाया कि फेसबुक सत्तारूढ़ भाजपा के सहयोगी के रूप में काम कर रहा है और अपने एजेंडे को आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा की फेसबुक भाजपा, आरएसएस और बजरगदल जैसे संगठनों का प्रोक्सी है। खेड़ा ने कहा की एक वर्ग विशेष के खिलाफ टार्गेटेड पोस्ट किए जाते हैं जिसपर कोई एक्शन नही लिया जाता हैं वो टार्गेटेड पोस्ट इस देश की किस राजनीतिक विचारधारा को बढ़ावा देती है यह सब जानते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि फेसबुक की आंतरिक रिपोर्ट ने दस लाख से अधिक फर्जी खातों की पहचान की थी, फिर भी उसने इस बारे में कुछ नहीं किया।
फेसबुक की भूमिका की जेपीसी जांच हो: कांग्रेस
खेड़ा ने कहा कि हम अपने चुनावों को प्रभावित करने में फेसबुक की भूमिका की जेपीसी जांच की मांग करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि फेसबुक लोगों की राय को फर्जी पोस्ट के ज़रिए हमारे लोकतंत्र से समझौता करने और कमज़ोर करने की कोशिश कर रहा है। खेड़ा ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं और उसके सहयोगियों ने फेसबुक के ढांचे और कामकाज में प्रवेश कर लिया है। उन्होंने पूछा कि फर्जी पोस्ट, तस्वीरों और कहानियों के साथ एक विशेष विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए फेसबुक को क्या अधिकार है?
फेसबुक अब भारत में पूरी तरह फेकबुक..
उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली दंगों और पश्चिम बंगाल चुनावों के दौरान फेसबुक की भूमिका संदेह के घेरे में रही है। उन्होंने कहा कि फेसबुक की भूमिका को अब चूक की गलती के रूप में खारिज नहीं किया जा सकता है, क्योंकि जानबूझकर सत्ताधारी पार्टी व आरएसएस तथा उसके बाकी मित्र संगठन और छतरी के नीचे जो संगठन है उन सब का फेसबुक एक प्लेटफार्म बनता चला जा रहा है,जो सिर्फ फेक पोस्ट, फेक एजेंडा को बीजेपी के लिए आगे बढ़ता है। फेसबुक अब भारत में पूरी तरह फेकबुक हो गया हैं। यह ऐसे एजेंडे और विचारधारा को आगे बढ़ा रहा है जो नफरत, कट्टरता और समाज को विभाजित करने वाली है।