फ़िरोज़शाह कोटला में अरुण जेटली की प्रतिमा के विरोध में बिशन सिंह बेदी का DDCA से इस्तीफ़ा

मीडिया विजिल मीडिया विजिल
ख़बर Published On :


भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी ने फिरोज़ शाह कोटना मैदान में पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता अरुण जेतली की प्रतिमा लगाये जाने का विरोध करते हुए डीडीसीए (दिल्ली डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन) से इस्तीफ़ा दे दिया है। अरुण जेटली के बेटे और डीडीसीए के बेटे रोहन जेटली को चिट्ठी लिखकर उन्होंने मैदान में बने अपने नाम के स्टैंड को हटाने की भी माँग की है।

अरुण जेटली का पिछले साल 24 अगस्त को निधन हो गया था जिसके बाद फ़िरोज़ शाह कोटला का नाम अरुण जेटली स्टेडियम कर दिया गया था। बिशन सिंह बेदी की शिकायत है कि क्रिकेट में गै़र क्रिकेटरों, नेताओं और प्रशासकों को महत्व दिया जा रहा है जो अपमानजनक है। अरुण जेटली 14 साल तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे थे। उसके बाद उनके मित्र और टीवी सपादक रजत शर्मा अध्यक्ष बने थे जिन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया था और अरुण जेटली के बेट रोहन जेटली अब अध्यक्ष हैं। डीडीसीए ने मैदान में अरुण जेटली की 6 फीट ऊंची प्रतिमा लगाने का फैसला किया है

बेदी ने अपनी चिट्ठी में लिखा है, “मैं सब्र रखने वाला सहनशील व्यक्ति हूं। मुझे इस पर गर्व है। लेकिन DDCA में जो कुछ चल रहा है, उससे मैं डरा हुआ हूं। मजबूरी में यह कदम उठा रहा हूं। आपसे गुजारिश है कि स्टेडियम में मेरे नाम से जो स्टैंड है, उसे हटा दिया जाए। मेरी मेंबरशिप भी फौरन खत्म करें।

उन्होंने लिखा, “मैने यह फैसला सोच समझकर लिया है। मुझे ऐसा नहीं लगता कि मेरे सम्मान को ठेस पहुंचाई जा रही है, लेकिन सम्मान के साथ जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है। उन सभी का शुक्रिया जिन्होंने मुझे और मेरे खेल को सम्मान दिया। अब मैं यह सम्मान वापस कर रहा हूं। मैं यह बताना चाहता हूं कि रिटायरमेंट के 40 साल बाद भी मैंने अपनी वैल्यूज कायम रखी हैं।

बेदी ने लिखाजब फिरोजशाह कोटला स्टेडियम का नाम बदलकर अरुण जेटली के नाम पर किया गया तो मुझे लगा कि अब कुछ अच्छा होगा, लेकिन मैं गलत था। मैं यह नहीं समझ पा रहा हूँ कि कोटला में उनकी प्रतिमा क्यों लगाई जा रही है? वे अच्छे नेता थे। उन्हें संसद में सम्मान दिया जाना चाहिए। वे अच्छे एडमिनिस्ट्रेटर नहीं थे। मैं हमेशा उनकी नीतियों का विरोधी रहा हूं। उनके आसपास हमेशा चापलूस लोग रहते थे।’

बेदी ने लिखा‘ क्रिकेट स्टेडियम में क्रिकेटर की प्रतिमा लगाई जानी चाहिए। आपके आसपास घिरे लोग यह नहीं बताएंगे। लॉर्ड्स पर डब्ल्यू जी ग्रेस, ओवल पर सर जैक हॉब्स, सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर सर डॉन ब्रैडमेन, बारबाडोस में सर गैरी सोबर्स और मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर शेन वॉर्न की प्रतिमाएं लगी है।’

बिशन सिंह बेदी ने भारत के लिए 67 टेस्ट और 10 वनडे मैच खेले हैं। उन्होंने 67 टेस्ट में 266 विकेट और 10 वनडे में 7 विकेट लिए थे। उनका शुमार भारत के महान क्रिकेट कप्तानों में होता है।