विधानसभा चुनाव 2022: मतदाता सूची तैयार, पांच राज्यों में कभी भी बज सकता है चुनाव का बिगुल!

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उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर है। यूपी समेत पांच राज्यों में होने वाले इन चुनावों का बिगुल कभी भी बज सकता है। बताया जा रहा है कि राज्य में विधानसभा चुनाव 6 से 8 चरणों में हो सकते हैं। हालांकि, चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश में मतदान के चरणों को अंतिम रूप देने में लगा हुआ है। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नई मतदाता सूची जारी कर दी गई है।

वहीं, यूपी में 52 लाख 80 हजार 882 नए मतदाता जुड़े हैं। हालांकि चुनाव आयोग ने विकल्प खुला रखा है कि अगर किसी मतदाता का नाम सूची में छूट गया है तो वह नामांकन की अंतिम तिथि से पहले अपना नाम मतदाता सूची में जोड़ सकता है। साथ ही तेज़ी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच चुनाव आयोग चुनाव कराने से पहले हर पहलुओं पर विचार कर रहा है। खबर है कि चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही बड़ी रैलियों और रोड शो पर रोक लग सकती है।

चुनाव समय पर ही होगा..

आपको बता दें कि लोगों में इस बात को लेकर काफी असमंजस की स्थिति बनी हुई थी कि संभवत: कोरोना के कारण चुनाव स्थगित कर दिया जाएगा, लेकिन तैयारियों की समीक्षा के बाद लखनऊ में चुनाव आयोग की टीम ने हाल ही में प्रेस कांफ्रेंस कर स्पष्ट किया कि चुनाव समय पर ही होगा। इसके लिए सभी दलों ने विधानसभा चुनाव कराने की सहमति दे दी है। जिसके बाद पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर आयोग ने बुधवार को बैठक की। वहीं मंगलवार को भी चुनाव आयोग में बैठकों का दौर चला था।

घोषणा में देरी होने पर कोरोना से संबंधित दिशा-निर्देशों सख्ती से लागू..

वरिष्ठ अधिकारियों की सक्रियता से साफ है कि चुनाव की घोषणा में अब और देरी नहीं होगी। चुनाव आयोग ने मणिपुर में चुनावी तैयारियों की भी समीक्षा की। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए चुनाव आयोग जल्द से जल्द चुनावी कार्यक्रमों की घोषणा करने के पक्ष में है। क्योंकि इससे चुनावी राज्यों में राजनीतिक दलों द्वारा आयोजित की जा रही बड़ी रैलियों और भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों पर जल्द ही अंकुश लगेगा। मीडिया सूत्रों की माने तो आयोग इस हफ्ते कभी भी चुनाव की घोषणा कर सकता है। साल 2017 में उत्तर प्रदेश समेत इन पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की घोषणा 4 जनवरी को हुई थी। चुनाव की घोषणा में ज़रा सी भी देरी होने पर आयोग कोरोना से संबंधित दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू करने और भीड़ पर अंकुश लगाने का काम भी कर सकता है।

आयोग ने मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ा दी..

खबरों के मुताबिक, कोरोना के चलते मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या में कमी आ सकती है। वर्तमान में प्रत्येक बूथ पर 1000 से 1500 मतदाता हैं। वहीं, आयोग ने मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ा दी है। चुनाव आयोग मतदाता के लिए अनिवार्य पूर्ण टीकाकरण लागू करने के पक्ष में नहीं है। यह तर्क देते हुए कि यह मतदाता के जीवन के अधिकार से संबंधित है, आयोग इस अधिकार का हनन नहीं करना चाहता। हालांकि चुनाव ड्यूटी पर शत-प्रतिशत टीकाकरण का नियम लागू रहेगा।


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