दिल्ली के प्रेस क्लब में गुरुवार को नागरिकता संशाेधन कानून विरोधी आंदोलन में देखी गयी हिंसा और राजकीय दमन पर एक जांच दल ने रिपोर्ट जारी की। जामिया मिलिया में पुलिस के दमन पर जारी रिपोर्ट “ब्लडी सन्डे” (यानी रक्तरंजित इतवार) और मेरठ में हिंसा पर भी जारी रिपोर्ट के मौके पर दिल्ली के यूपी भवन के बाहर से करीब पचासेक प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जो यूपी के हालात पर अपना विरोध जताने जुटे थे।
दिल्ली से सटे मेरठ में 20 दिसंबर को नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हिंसा और हत्याओं की छानबीन करने के लिए स्वराज पार्टी के योगेन्द्र यादव, सीपीआई-एमएल पोलितब्यूरो सदस्य कविता कृष्णन और रियाद आज़म ने 25 दिसम्बर को मेरठ का दौरा किया और घटनास्थल, अस्पताल, घायलों और पीड़ित परिवार के सदस्यों और गवाहों से मुलाकात की और उनके बयान दर्ज किये.
Visited Meerut today with @_YogendraYadav and @UAH_India founder Nadeem. We will address a PC tomorrow with @harsh_mander & others, pooling facts from UP. Following this, @ReallySwara @Mdzeeshanayyub will share their concerns on UP with the press. pic.twitter.com/IudjB2SuL0
— Kavita Krishnan (@kavita_krishnan) December 25, 2019
गुरुवार दोपहर 12 बजे दिल्ली के प्रेस क्लब में जांच दल के सदस्यों ने एक प्रेस वार्ता में अपनी रिपोर्ट जारी कर दी. प्रेस कॉन्फ्रेंस का लाइव प्रसारण नीचे देखा जा सकता है।
https://www.facebook.com/YogendraYY/videos/462883244604565/
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मेरठ में जो हुआ बहुत बुरा हुआ. गरीब और वंचितों को मारा गया और जो मारे गये पुलिस ने द्वारा उन्हीं के खिलाफ केस दर्ज किये गये. पीड़ितों के परिवारों की शिकायत पर पुलिस ने कोई मामला दर्ज नहीं किया है.
Muslims are staying up all night fearful of police violence. Habib, father of Aleem who was killed kept sobbing, & his grief was for the loss of Hindu-Muslim harmony as much as for his son. "I can't understand what has happened, why the regime is so cruel" he kept crying pic.twitter.com/sB3gq3AF9j
— Kavita Krishnan (@kavita_krishnan) December 26, 2019
. Nadeem of @UAH_India presenting our report on the reign of terror in UP. pic.twitter.com/zOMtCeU2ln
— Kavita Krishnan (@kavita_krishnan) December 26, 2019
वक्ताओं के अनुसार यह वक्त उनको आर्थिक और कानूनी मदद देने का है. क्षेत्र में हालात तनावपूर्ण है और मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में पुरुष रात भर जागकर पहरेदारी कर रहे हैं घरवालों की रक्षा के लिए.
इस प्रेस वार्ता में जामिया में 13-15 दिसम्बर को हुए पुलिसिया दमन की भी रिपोर्ट और यूपी में कानून व्यवस्था पर भी एक रिपोर्ट जारी की गई है.
PC at Press Club of India has begun. First, PUDR is presenting a fact finding report, Bloody Sunday, on police brutalities at Jamia Millia Islamia on 13-15 December 2019. Next, a report by us on the reign of terror in UP, followed by a statement by Swara & Zeeshan. pic.twitter.com/uFowAG2uCG
— Kavita Krishnan (@kavita_krishnan) December 26, 2019
जामिया पर रिपोर्ट यहां पढ़ सकते हैं :
Jamia Report 2019 for screen