केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को लोकसभा में बाल विवाह निषेध (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश किया। बिल में लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल से बढ़ाकर 21 साल करने का प्रावधान है। दरअसल, संसद का शीतकालीन सत्र खत्म होने से पहले ही केंद्र की मोदी सरकार बचे हुए विधेयक को जल्द से जल्द पास करवाना चाहती है। इस बिल को लेकर कई सवाल भी उठाए जा रहे हैं। वहीं, आज जहां यह बिल पेश किया गया वही दूसरी तरफ राज्यसभा में 12 सांसदों के निलंबन और लखीमपुर हिंसा के विरोध में राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने आज संसद से विजय चौक तक मार्च निकाला। इसके साथ ही राहुल गांधी ने पीएम कर कई आरोप लगाए।
पीएम अपने मंत्री पर कार्रवाई नहीं करते: राहुल गांधी
आपको बता दें कि जब से निलंबन का फैसला सुनाया गया है, विपक्ष इसी तरह इसका विरोध कर रहा है। इस दौरान राहुल गांधी ने मीडिया से बात भी की। उन्होंने कहा कि एक हत्यारा प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट में बैठा है। आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा कि पीएम अपने मंत्री पर कार्रवाई नहीं करते हैं। कैबिनेट में बैठे एक मंत्री के बेटे ने किसानों को कुुुचला है। वहीं, लखीमपुर खीरी कांड पर कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने भी लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया और गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के तत्काल इस्तीफे की भी मांग की है। इस सबके बीच आज संसद में सरकार को घेरने के लिए विपक्षी नेताओं ने बैठक भी की। बैठक में राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
शादी की उम्र बढ़ने का फैसला अनुच्छेद 19 के तहत स्वतंत्रता के अधिकार के खिलाफ: ओवैसी
गौरतलब है कि मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में आज जो बाल विवाह निषेध (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश किया उसे लेकर काफी विरोध हो रहे हैं। कुछ विपक्षी दल इसे लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस फैसले को अनुच्छेद 19 के तहत स्वतंत्रता के अधिकार के खिलाफ बताया है। उनका कहना है कि जब 18 साल का बच्चा पीएम चुन सकता है, लिव-इन रिलेशनशिप में रह सकता है, तो सरकार शादी के अधिकार से इनकार क्यों कर रही है। उन्होंने बीजेपी सरकार से सवाल करते हुए कहा कि भारत में महिला श्रम शक्ति की भागीदारी सोमालिया की तुलना में भी कम है। आपने 18 साल के बच्चे के लिए क्या किया है?