“बधाई हो, मैं, भारत का एक नागरिक प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को सीएए (नागरिकता (संशोधन) कानून) के लिए बधाई देता हूँ. मैं और मेरा परिवार इस कानून का समर्थन करता है.” नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देशव्यापी विरोध के बीच बीजेपी शासित गुजरात के एक स्कूल में कक्षा पांच से 10 तक के छात्रों से यह संदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए एक पोस्ट कार्ड पर लिखने को कहा गया.
“Students of Class X are currently appearing for their internal exams. They too were told to write these postcards. When they protested, they were told that those who did not submit these postcards would not be given marks in the internal exams."https://t.co/w5DKEUDsn4
— The Indian Express (@IndianExpress) January 9, 2020
इसके विरोध में अभिभावकों ने बुधवार को प्रदर्शन किया था. इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने इसके लिए माफी मांगती हुए इसे गलतफहमी में उठाया गया कदम बताया.इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने बच्चों की ओर से लिखे गए पोस्टकार्ड को उनके अभिभावकों को लौटा दिए.
एक स्टूडेंट के परिजन ने कहा, ‘दसवीं क्लास के छात्र अभी अपने इंटरनल परीक्षा में उपस्थित हो रहे हैं. उनसे भी इसी तरह के पोस्टकार्ड लिखने को कहा गया. जब इसका विरोध किया गया तो छात्राओं को धमकी दी गई कि जो सीएए के समर्थन में पोस्टकार्ड नहीं भेजेगा उन्हें इंटरनल एग्जाम में नंबर नहीं मिलेंगे.’
कुछ अभिभावकों ने अंग्रेजी अखबार ‘इंडियन एक्सप्रेस’ को बताया कि मंगलवार को कक्षाओं में अध्यापकों ने बधाई संदेश को ब्लैक बोर्ड पर लिखा और छात्राओं को वही संदेश पोस्ट कार्ड पर उतारने के लिए कहा.
अध्यापकों ने छात्रों को कहा कि पाने वाले के नाम वाले खाने में पीएमओ, साउथ ब्लॉक सेक्रेटिएट बिल्डिंग, रायसीना हिल्स, नई दिल्ली लिखने को कहा. इसके साथ ही भेजने वाले के खाने में छात्राओं को अपना नाम पता लिखने को कहा गया था.
यह मामला अहमदाबाद के लिटिल स्टार स्कूल का है. यह लड़कियों का स्कूल है और गुजरात सेकेंडरी एंड हायर एजुकेशन बोर्ड से संबद्ध है. इस स्कूल में कक्षा 5 से 10 तक की कक्षाओं में करीब 12 सौ लड़कियां पढ़ती हैं.