संसद में केंद्र सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस पहले से ही नई रणनीति पर काम कर रही है। इसी संदर्भ में शीतकालीन सत्र से पहले आज यानी गुरुवार शाम को कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की बैठक होनी है। यह बैठक कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर होगी। इस बैठक में पार्टी के लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य हिस्सा लेंगे। बैठक में 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में कौन कौन से मुद्दे उठाए जाएंगे, इस पर बातचीत के अलावा अन्य विपक्षी नेताओं तक पहुंच पर भी चर्चा होगी।
आपको बता दें कि कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोमवार को समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में महंगाई का मुद्दा उठाया जायेगा। इसके अलावा कोरोना से मरने वालों के परिवारों को चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने के संबंध में भी चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ‘कोरोना प्रबंधन’ के मुद्दे को न केवल संसद के शीतकालीन सत्र में बल्कि सार्वजनिक मंचों पर भी उठाने की योजना बना रही है।
भाजपा शासित राज्य के मुख्यमंत्री को भी कांग्रेस लिखेगी पत्र..
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को पत्र लिखकर कोरोना पीड़ितों केे लिए मुआवजे की मांग करने की योजना है। वहीं, प्रत्येक राज्य के कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता उन राज्यों में अपने-अपने मुख्यमंत्रियों को भी पत्र लिखेंगे जहां कांग्रेस सत्ता में नहीं है।
राहुल गांधी ने बताई थी दो मांगे..
बता दें कि बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था, ‘पार्टी की दो मांगें हैं। सबसे पहले कोरोना मृतकों के सही आंकड़े बताए जाएं और दूसरा, जिन परिवारों ने अपने अपनों को कोरोना से खोया है, उन्हें चार लाख मुआवजा दिया जाए। सरकार है तो लोगों का दुख दूर करना होगा, मुआवजा देना होगा।
संसद में कुल 18 मुद्दे उठाने की योजना..
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक, वह संसद में कुल 18 मुद्दे उठाने की योजना बना रहे हैं। कांग्रेस, केंद्र को बढ़ती कीमतों, कृषि कानून- एमएसपी, राफेल, लखीमपुर खीरी घटना, चीन सीमा की स्थिति, पेगासस, कोरोना से मरने वालों की संख्या, मृतकों के परिवारों को मुआवजा, दक्षिण भारत में बाढ़, ईडी-सीबीआई आयुध और प्रदूषण जैसे मुद्दों पर घेरने की तैयारी कर रही है।