भाजपा का असली नारा- छवि बचाओ, फ़ोटो छपवाओ! विज्ञापन पर भाजपा के खर्च को लेकर राहुल गांधी का हमला!

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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के नारे को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी का कहना है कि यह नारा छवि बचाओ, ‘फ़ोटो छपाओ’ होना चाहिए। दरअसल, राहुल गांधी ने यह बात इस योजना के तहत साल 2016 से 2019 के दौरान आवंटित राशि में करीब 80 प्रतिशत मीडिया प्रचार पर खर्च किए जाने की एक रिर्पोट शेयर करते हुए कही है।

“छवि बचाओ, फ़ोटो छपवाओ”

आपको बता दें कि केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी 2015 में की थी। योजना देशभर के 405 जिलों में लागू है। इसका उद्देश्य गर्भपात और गिरते बाल लिंग अनुपात से निपटना है। इसी स्कीम को मिले बजट और खर्च को लेकर राहुल गांधी ने संसदीय समिति की रिपोर्ट से जुड़ी एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ‘भाजपा का असली नारा – छवि बचाओ, फ़ोटो छपवाओ!’

करीब 80% फंड योजना प्रचार-प्रसार पर खर्च..

बीजेपी सरकार विज्ञापनों पर खर्च करने और बड़े बड़े विज्ञापन छपवाने के लिए तो विपक्ष द्वारा लगातार घेरी ही जाती है, लेकिन अब एक रिपोर्ट सामने आई है कि सरकार ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना पर कितना खर्च किया है, जिसके मुताबिक सरकार ने इस योजना का करीब 80% फंड इसके प्रचार-प्रसार पर खर्च कर डाला है।

कुल 446.72 करोड़ रुपये में से 78.91% मीडिया के माध्यम से प्रचार पर खर्च..

जानकारी के अनुसार, महिलाओं के सशक्तिकरण पर संसदीय समिति की लोकसभा में पेश एक रिपोर्ट में इस संबंध में आंकड़े दिए गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2016-2019 के दौरान योजना के लिए जारी किए गए कुल 446.72 करोड़ रुपये में से 78.91 प्रतिशत केवल मीडिया के माध्यम से प्रचार पर खर्च किया गया । भाजपा सांसद हीना विजयकुमार गावित की अध्यक्षता में गुरुवार, 9 दिसंबर को बेटी बचाओ बेटी पढाओ के विशेष संदर्भ में शिक्षा के माध्यम से महिला सशक्तिकरण शीर्षक के तहत संसद के निचले सदन में इस रिपोर्ट को पेश किया गाया। इसी रिपोर्ट को लेकर लेकर राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधा और नारा ही बदल दिया।

योजना के तहत कुल आवंटन हुए 848 करोड़..

भाजपा सांसद हीना गावित की अध्यक्षता वाली समिति की रिपोर्ट में कहा गया है कि समिति इसे देखकर बिल्कुल भी खुश नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2014-15 में योजना के शुभारंभ के बाद से,कोविड वाले वर्ष 2019-20 और 2020-21 को छोड़कर यानी 5 साल में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ (BBBP) के तहत कुल आवंटन 848 करोड़ रूपए था और उक्त अवधि में राज्यों को 622.48 करोड़ रूपये जारी किए गए थे।