‘गला-काट’ प्रतिस्पर्धाओं के दौर में उसने चोटिल प्रतिद्वंद्वी से ओलंपिक गोल्ड साझा कर लिया!


इस बीच तांबेरी चोटिल हो गया और आगे मुक़ाबले की स्थिति में नहीं रहा। उसने अपना नाम वापस ले लिया। बारशीम चाहता तो एक जंप और लगाकर वह आसानी से गोल्ड मेडल पा सकता था। लेकिन बारशीम ने अधिकारियों से पूछा कि यदि वह भी नाम वापस ले ले तो क्या होगा। अधिकारियों ने बताया कि ऐसे में गोल्ड मेडल दोनों खिलाड़ियों के बीच साझा हो जायेगा। बारशीम ने एक पल की भी देर नहीं की और नाम वापस ले लिया।


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जिस दौर में खेल भावना समाज से ही नहीं, खेल के मैदान से भी विदा हो रही है, टोक्यो में जारी ओलंपिक के मैदान में एक अविश्वसनीय घटना घटी। किसी परीकथा जैसी। एक खिलाड़ी जो गोल्ड मेडल पर अकेले अपना नाम दर्ज करा सकता था, उसने अपने प्रतिद्वंद्वी के साथ उसे साझा किया क्योंकि वो चोटिल हो चुका था।

इतिहास में अपना नाम गोल्ड मेडल से ज़्यादा चमक के साथ दर्ज कराने वाले इस खिलाड़ी का नाम है मुताज एस्सा बारशीम। देश है क़तर और मुक़ाबला था ऊंची कूद यानी हाई जंप का। बारशीम के सामने था इटली का तांबेरी। दोनों पुरुष हाई जंप मुक़ाबले के फ़ाइनल में थे। दोनों एक दूसरे को पीछे छोड़ इतिहास में अपना नाम दर्ज कराने को बेक़रार थे। दोनों ने 2.37 मीटर की जंप लगाई। यानी मुक़ाबला बराबर पर छूटा। नियम के मुताबिक़ तीन बार और कूदने का अवसर दिया गया लेकिन 2.37 मीटर के पार कोई नहीं जा सका। एक और जंप की तैयारी होने लगी।

इस बीच तांबेरी चोटिल हो गया और आगे मुक़ाबले की स्थिति में नहीं रहा। उसने अपना नाम वापस ले लिया। बारशीम चाहता तो एक जंप और लगाकर आसानी से गोल्ड मेडल पा सकता था। लेकिन बारशीम ने अधिकारियों से पूछा कि यदि वह भी नाम वापस ले ले तो क्या होगा। अधिकारियों ने बताया कि ऐसे में गोल्ड मेडल दोनों खिलाड़ियों के बीच साझा हो जायेगा। बारशीम ने एक पल की भी देर नहीं की और नाम वापस ले लिया।

ओलंपिक के अधिकारी ही नहीं पूरी दुनिया बारशीम के इस फ़ैसले से हैरान हो गयी। बारशीम ने ऐसा करके इतिहास रच दिया। उसने जिस खेल भावना का परिचय दिया उसके सामने गोल्ड मेडल की चमक धूमिल हो गयी।

बारशीम ने कहा कि खेल में मात्र हार-जीत ही सबकुछ नहीं होता। अपने प्रतिद्वंदीयों का सम्मान भी करना चाहिए। जो कोई भी सफलता का हकदार है उसके साथ सफलता साझा करने में कोई भी झिझक नहीं रखनी चाहिए।

तांबेरी के लिए तो बारशीम जैसे फ़रिश्ता बन गयी। उसने ज़ोर से बारशीम को गले लगा लिया। उसे यक़ीन नहीं हो रहा था कि प्रतियोगिता के साथ गलाकाट जैसा शब्द चलाने वाली दुनिया में कोई बारशीम भी है।

इस कहानी के भावुक क्षणों का साक्षात्कार इस वीडियो में करिये..

 

 


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