तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने ज़ी न्यूज़ के संपादक सुधीर चौधरी पर आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया है. 25 जून को संसद में महुआ मोइत्रा के भाषण के बाद सुधीर चौधरी ने अपने कार्यक्रम ‘डीएनए’ में महुआ की स्पीच को चोरी का करार दिया था. सुधीर ने अपने कार्यक्रम में दावा किया था कि ‘फासीवाद के लक्षणों’ पर दिया गया उनका भाषण ‘चुराया हुआ’ था.
Mahua Moitra files criminal defamation case against Sudhir Chaudhary over plagiarism row@MahuaMoitra @sudhirchaudhary
@ZeeNewsHindi @ZeeNewshttps://t.co/B8ikHylIBA— Bar and Bench (@barandbench) July 15, 2019
दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट प्रीती परेवा ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए इसकी सुनवाई 20 जुलाई को तय की है. महुआ मोइत्रा का बयान भी इसी दिन दर्ज किया जायेगा.
गौरतलब है कि मोइत्रा ने लोकसभा में 25 जून को जो भाषण दिया था वह पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया था. इस भाषण ने सोशल मीडिया पर अच्छी खासी बहस छेड़ दी थी.
जिसके बाद प्राइम टाइम पर आने वाले अपने कार्यक्रम में सुधीर चौधरी ने कहा था कि महुआ का भाषण मार्टिन लॉन्गमैन के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर लिखे गए लेख से ‘चुराया हुआ’ था. उन्होंने यह भी कहा था कि यह महुआ के अपने विचार नहीं थे बल्कि उन्होंने इसे ‘कॉपी-पेस्ट’ किया था. सुधीर चौधरी ने अपने उस कार्यक्रम में ‘बाकायदा स्क्रीन पर पट्टी चलवाया था -‘महुआ मोइत्रा की ‘बौद्धिक बेईमानी’ का विश्लेषण.
वहीं मार्टिन लॉन्गमैन ने ट्विटर पर चौधरी के इस दावे को ख़ारिज करते हुए कहा था कि महुआ ने स्पष्ट बताया था कि उनका भाषण यूएस होलोकॉस्ट म्यूजियम में देखे गए एक पोस्टर से प्रेरित था. लॉन्गमैन ने बाकायदा ट्वीट कर लिखा कि भारत में एक भाषण पर एक सांसद को घेरे जाने के बाद मैं इंटरनेट पर फेमस हो गया हूं. दक्षिणपंथी हर देश में ही तरह के होते हैं.
I’m internet famous in India because a politician is being falsely accused of plagiarizing me. It’s kind of funny, but right-wing assholes seem to be similar in every country.
— Martin Longman (@BooMan23) July 2, 2019
महुआ के वकील शादान फरासत ने अदालत को बताया कि उनकी मुवक्किल ने बताया था कि उनका भाषण उस पोस्टर से प्रेरित है. उन्होंने कहा कि पोस्टर में फासीवाद के 14 लक्षणों में से मोइत्रा ने 7 चुने और भारत के परिप्रेक्ष्य में उन्हें जोड़ा.
The speech was take from a Holocaust poster in a US museum, its a widely popular poster, counsel for Moitra…She takes the signs (of early fascism) and applies them to India, Adv Shadaan Farasat states. @MahuaMoitra @sudhirchaudhary
— Bar and Bench (@barandbench) July 15, 2019
इससे पहले महुआ मोइत्रा ने 4 जुलाई को लोकसभा में सुधीर चौधरी के खिलाफ गलत रिपोर्टिंग को लेकर विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया था, लेकिन इसे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा खारिज कर दिया गया था.
सुधीर चौधरी पर आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर से पहले टीएमसी सांसद मोइत्रा ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि वे संविधान में दी गई अभिव्यक्ति की आजादी का सम्मान करती हैं, लेकिन उन्हें फेक न्यूज़ की ताकत का भी अंदाजा है.
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) July 15, 2019
महुआ मोइत्रा द्वारा सुधीर चौधरी पर आपराधिक मानहानि का केस दर्ज़ कराये जाने के बाद सुधीर ने ट्वीट कर लिखा है कि उन्होंने अपनी अभिव्यक्ति की आज़ादी का उपयोग किया था और उनके खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की कोशिश और अब मानहानि का केस कर कौन किसी की आवाज़ दबाने की कोशिश कर रहा है, कौन फासीवादी है ?
So you gonna do another #DNA episode on me or not? https://t.co/kDNZMSfwdu
— Mahua Moitra FC (@UnofficialMahua) July 15, 2019