वर्ष 2019-20 का ‘पेन गौरी लंकेश सम्मान’ वरिष्ठ कश्मीरी पत्रकार युसूफ जमील को देने की घोषणा हुई है. पेन दक्षिण भारत और पेन दिल्ली ने गौरी लंकेश की याद में इस सम्मान को शुरू किया था. वर्ष 2017 में कट्टरपंथी हिन्दू संगठन द्वारा गौरी लंकेश की बेंगुलुरू में हत्या कर दी गई थी.
इस सम्मान के लिए प्रति वर्ष एक ऐसे व्यक्ति या संगठन का चयन किया जाता है जिसने लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए साहस और हिम्मत के साथ कार्य किया हो.
चंदन गौड़ा, संपादक विनुथा माल्या और कवि आसिया जहूर की एक जूरी द्वारा इस वर्ष युसूफ जमील को उनकी साहसिक पत्रकारिता के लिए इस सम्मान के लिए चुना गया है. इस सम्मान के लिए प्रति वर्ष एक नये समिति का गठन किया जाता है.
Thank you, all! In fact, this award goes to every single member of the fraternity in my part of the world who did good journalism right in the middle of all the violence and mayhem- courageously and impartially. https://t.co/lkswivs7Gq
— YusufJameelیوسف جمیل (@jameelyusuf) January 29, 2020
जमील 1996 के अंतर्राष्ट्रीय प्रेस स्वतंत्रता पुरस्कार के विजेता हैं. प्रिंट और रेडियो में काम करने का युसूफ के पास लम्बा अनुभव है. अंग्रेजी भाषा में रिपोर्टिंग में भी वे माहिर हैं. युसूफ जमील ने अपनी पत्रकारिता के सफ़र में बीबीसी, रायटर, वौइस् ऑफ अमेरिका, टाइम और एशियन एज जैसी संस्थाओं को अपनी सेवाएं दी हैं.