केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने हाल में बीते आम चुनावों में फर्जी वोटरों संबंधित मीडिया मे आई रिपोर्टों को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि ऐसे दावे आयोग की वेबसाइट पर दर्ज अंतरिम वोटर टर्नआउट डेटा पर आधारित हैं, इसलिए गलत हैं।
एक बयान जारी करते हुए चुनाव आयोग ने कहा कि उसकी वेबसाइट पर वोटरों की संख्या अभी अंतरिम है, अंतिम नहीं। आखिरी संख्या कुछ दिन में अपलोड कर दी जाएगी।
अभी दो दिन पहले मीडिया में इस आशय की रिपोर्ट आई थी कि लोकसभा चुनाव के लिए मतदान में कई सीटो पर मतदाताओं की वास्तविक संख्या और कुल टर्नआउट में गड़बडि़यां पाई गई हैं।
दि क्विंट नाम की वेबसाइट ने अपने अध्ययन के आधार पर रिपोर्ट किया था कि 373 लोकसभा क्षेत्रों में इस तरह की गड़बडि़यां पाई गई हैं।
इस रिपोर्ट को मीडिया ले उड़ा था और क्विंट की रिपोर्ट को चौतफा प्रकाशित किया गया था।
आयोग ने साफ़ कहा है कि ऐसी रिपोर्टों में आई ‘’घोस्ट वोटर’’ की बात गलत है। सारे वोट इंसानों ने डाले हैं। उसने बताया कि पिछले आम चुनाव में भी सभी मतदाताओं के आंकड़े जुटाने में नतीजों के बाद दो-मीन महीने का वक्त लग गया था।
इस बार हालांकि आयोग द्वारा अपनाई गई आधुनिक प्रौद्योगिकी के चलते यह काम थोड़ा जल्दी हो जाने की संभावना है।