13 सितंबर को रात दस बजे, ‘आज तक’ पर पुण्य प्रसून वाजपेयी ने अपने कार्यक्रम ‘दस्तक’ में पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती क़ीमतों पर सवाल उठाया। कार्यक्रम शुरू होते ही सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति…
दिलीप ख़ान समूचा टीवी मीडिया पिछले कुछ दिनों से रायन इंटरनेशनल स्कूल में एक बच्चे की बर्बर हत्या से उबला हुआ दिख रहा है। हर चैनल हर ख़बर को एक्सक्लूसिव बताकर ऐसे पेश…
महापंडित राहुल सांकृत्यायन की पुत्री जया सांकृत्यायन ने बिहार के मुख्यमंत्री को पटना संग्रहालय के अस्तित्व को बचाने के बाबत एक पत्र भेजा है। जया सांकृत्यायन का हस्ताक्षरित पत्र मुख्यमंत्री के निजी सचिव…
हम अपने लिये कब लड़ेंगे साथी ? भाऊ कहिन-24 यह तस्वीर भाऊ की है…भाऊ यानी राघवेंद्र दुबे। वरिष्ठ पत्रकार राघवेंद्र दुबे को लखनऊ,गोरखपुर, दिल्ली से लेकर कोलकाता तक इसी नाम से जाना जाता…
मशहूर इतिहासकार और लेखक रामचंद्र गुहा गौरी लंकेश की हत्या पर लिखे एक लेख के चलते भारतीय जनता पार्टी के कानूनी निशाने पर आ गए हैं। गुहा ने हिंदुस्तान टाइम्स और स्क्रोल डॉट…
राजस्थान के 14 जिलों के लाखों किसान अपना मांगों को लेकर सड़क पर हैं और प्रशासन से सीधी मुठभेड़ लेने को तैयार हैं। सोमवार को वार्ता की उम्मीदें विफल होने के बाद अखिल…
धीरेश सैनी `सच और झूठ के बीच कोई तीसरी चीज़ नहीं होती और मैं सच के साथ हूँ।“ मैं अपनी बात पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के अखबार “पूरा सच“के इस मोटो से शुरु करना चाहता था पर अचानक…
ठीक उसी वक़्त जब तमाम स्वनामधन्य पत्रकार रिपब्लिक टीवी के रिपोर्टर को डपटने के लिए शेहला राशिद की लानत-मलामत में जुटे हैं, ख़ुद रिपबल्कि टीवी की एक पत्रकार ने बता दिया कि रिपबल्कि…
मीडिया विजिल ने कल ही छापा था कि रवीश कुमार की जान को ख़तरा है। सोशल मीडिया के ज़रिए संभावित हत्यारे तैयार करने का एक अभियान चल रहा है। इस हत्यारे गिरोह की…
6 सितंबर की शाम, दिल्ली के प्रेस क्लब में गौरी लंकेश की हत्या के ख़िलाफ़ पत्रकारों का ज़बरदस्त जमावड़ा था। इसके बीच रवीश कुमार घूम-घूमकर एनडीटीवी के अपन शो प्राइम टाइम के लिए…
कर्नाटक की मशहूर पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या के ख़िलाफ़ 6 सितंबर को देश भर में पत्रकारों ने विरोध प्रदर्शन किया और हत्यारों को तुरंत गिरफ़तार करने की माँग की।…
कर्नाटक की वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की आज शाम बैंगलुरु में हत्या कर दी गई। शाम करीब 6.30 बजे राज राजेश्वरी नगर स्थित उनके आवास पर हत्यारों ने उन्हें कई गोलियाँ मारीं और…
पहले पढ़िए, हिंदी के आलोचक और दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षक संजीव कुमार की एक फ़ेसबुक पोस्ट– वह कहती / अप्पा, मैं डॉक्टर बनूंगी / और अपना अस्पताल खोलूंगी / हम लोग हंसने लगते…
बीजेपी, के नेता और कार्यकर्ता विरोधी दलों की सरकारों के लिए जंगलराज शब्द का इस्तेमाल करने में माहिर हैं, पर पता नहीं जौनपुर की करीना यादव (बदला हुआ नाम) के साथ हुई इस…
हर आज़ाद ख़्याल, ख़ासतौर पर आरएसएस प्रोजेक्ट के ख़िलाफ़ खड़े होने वालों को देशद्रोही बताने के लिए छल-फ़रेब की सारी हदें तोड़ देने वाले ‘ज़ी न्यूज़’ की नाक में न्यूज़ ब्रॉडकास्टिंग स्टैंडर्ड अथॉरिटी…
सितंबर की पहली तारीख़ को तीन ख़बरें छपी हैं जो जुदा होते हुए भी महीन धागे से बँधी हैं। पहली ख़बर ये कि फ़ोर्ब्स पत्रिका के मुताबिक़ भारत एशिया का सबसे भ्रष्ट देश…
रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के ताज़ा आँकड़े बताते हैं कि नोटबंदी पूरी तरह फ़ेल हो गई है। 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अचानक नोटबंदी का ऐलान करने के साथ काला…
शीबा असलम फ़हमी शीबा असलम फ़हमी (इस मज़मून की लेखिका), ज़किया सोमन, नूरजहां सफिअ निआज़, नाइश हसन आदि महिलाओं को अब सोचना चाहिए की जो मीडिया, प्रगतिशील समाज और नारीवादी, मुस्लमान महिला…
प्रियभांशु रंजन भारत और चीन की सरकारों की ओर से सोमवार को जारी किए गए बयानों की मानें तो बीते जून महीने से जारी डोकलाम गतिरोध सुलझ गया है और सीमा पर तनाव…
आदरणीय शशि शेखर जी, नमस्कार, बहुत तकलीफ के साथ यह पत्र लिख रहा हूं। पता नहीं यह आपतक पहुंचेगा या नहीं। पहुंचेगा तो तवज्जो देंगे या नहीं। बड़े संपादक तुच्छ बातों को महत्त्व…
न्यायधीशों की एक ख़ासियत उनकी गोपनीयता भी होती है। सार्वजनिक जीवन में उनकी कम उपस्थिति उनकी गरिमा के साथ उनकी सुरक्षा से भी जुड़ा मसला है। ऐसे में बाबा गुरमीत राम रहीम को…
कारोबारी मीडिया की धूम-धड़ाक और चकमक ऐंकरों/संपादकों के दौर में सिरसा के रामचंद्र छत्रपति भी कोई पत्रकार और संपादक थे, इसकी याद किसे थी। कम से कम कथित मुख्यधारा की मीडिया के लिए…
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से निकलने वाले ज़्यादातर अख़बारों (अपवाद हो सकते हैं) में आज बाबा राम रहीम के फ़ैसले से जुड़ी मुख्य ख़बर से बलात्कार शब्द ग़ायब है। कहीं यौन शोषण मामला लिखकर…
अरविंद दास मैं टेलीविजन पत्रकार और एंकर रवीश कुमार का मुरीद हूँ. उन्हें टीवी पर तो कम देख पाता हूं, पर उनके लिखे पर गाहे-बगाहे नज़र चली ही जाती है. ख़ास कर जब…
दोस्तो, बीते क़रीब दो साल से मीडियाविजिल के ज़रिए हम ख़बरों की दुनिया में चल रहे गोरखधंधों को लेकर आपको सचेत कर रहे हैं। यही नहीं, तमाम उन ख़बरों और ज़रूरी जानकारियों को…