रूस की अक्तूबर क्रांति की सौवीं सालगिरह के मौके पर नेपाल की राजधानी काठमांडो में 8 नवंबर से 10 नवंबर के बीच तीन दिन का एक अंतरराष्ट्रीय सेमीनार आयोजित किया गया। सेमीनार तीन…
प्रतिबद्ध वामपंथी पत्रकार एवं न्यू सोशलिस्ट इनिशिएटिव से जुड़े हुए सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष गाताड़े ने हाल में संघ के विचारक और एकात्म मानववाद के प्रणेता कहे जाने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर बहुत…
भाजपाः पटेल को बड़ा दिखाने के लिए नेहरू को छोटा करने की साजिश राम पुनियानी पिछले कुछ वर्षों से 31 अक्टूबर के आसपास, संघ परिवार, सरदार वल्लभभाई पटेल का महिमामंडन करने वाले बयानों की झड़ी…
प्रतिबद्ध वामपंथी पत्रकार एवं न्यू सोशलिस्ट इनिशिएटिव से जुड़े हुए सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष गाताड़े ने हाल में संघ के विचारक और एकात्म मानववाद के प्रणेता कहे जाने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर बहुत…
प्रतिबद्ध वामपंथी पत्रकार एवं न्यू सोशलिस्ट इनिशिएटिव से जुड़े हुए सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष गाताड़े ने हाल में संघ के विचारक और एकात्म मानववाद के प्रणेता कहे जाने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर बहुत…
क्या ऐसे व्यक्ति का समाजवाद के बारे में विचार करना उचित है जो आर्थिक-सामाजिक मामलों का विशेषज्ञ नहीं है? कई कारणों से मेरा विश्वास है कि यह उचित है। सबसे पहले वैज्ञानिक ज्ञान…
प्रतिबद्ध वामपंथी पत्रकार एवं न्यू सोशलिस्ट इनिशिएटिव से जुड़े हुए सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष गाताड़े ने हाल में संघ के विचारक और एकात्म मानववाद के प्रणेता कहे जाने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर बहुत…
प्रतिबद्ध वामपंथी पत्रकार एवं न्यू सोशलिस्ट इनिशिएटिव से जुड़े हुए सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष गाताड़े ने हाल में संघ के विचारक और एकात्म मानववाद के प्रणेता कहे जाने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर बहुत…
प्रतिबद्ध वामपंथी पत्रकार एवं न्यू सोशलिस्ट इनिशिएटिव से जुड़े हुए सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष गाताड़े ने हाल में संघ के विचारक और एकात्म मानववाद के प्रणेता कहे जाने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर बहुत…
साल भर पहले शास्त्रीय गायक और प्रखर विचारक टीएम कृष्णा को हिंदी पट्टी में परिचय की ज़रूरत रही होगी जब उन्हें मैग्सायसाय पुरस्कार से नवाज़ा गया था। आज उन्हें दिल्ली की हिंदीभाषी जनता…
1984 में दिल्ली और देश के तमाम हिस्सों में सिखों के साथ जैसा बर्बर व्यवहार हुआ, वह कांग्रेस और उसकी सरकारों के इतिहास पर कभी न मिटने वाला धब्बा है। हर साल नवंबर…
प्रतिबद्ध पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष गाताड़े ने हाल में संघ के विचारक और एकात्म मानववाद के प्रणेता कहे जाने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर बहुत अध्ययन कर के एक पुस्तक लिखी है।…
डॉ.पंकज श्रीवास्तव 1961 में प्रधानमंत्री नेहरू ने ‘सरदार’ सरोवर बाँध की नींव रखी। यह सरदार पटेल के प्रति उनकी विनम्र श्रद्धांजलि थी जिन्होंने आज़ादी और बँटवारे के जटिल दिनों में उनका बखूबी साथ…
कश्मीर में स्वायत्तता का अर्थ और इतिहास अशोक कुमार पाण्डेय स्वायत्तता और आज़ादी को लेकर जो बहस शुरू हुई है वह दरअसल या तो किसी भ्रम और अज्ञान के कारण शुरू हुई…
जगदीश्वर चतुर्वेदी श्रीमती इंदिरा गांधी की हत्या के दिन सदमे में था जेएनयू ऐसा गम मैंने नहीं देखा बौद्धिकों के चेहरे गम और दहशत में डूबे हुए थे। चारों ओर बेचैनी थी ।…
रामजी राय लोक धुनों, गीतों की रची-बनीं और उसी में गुथी-सनी गायिका गिरिजा देवी नहीं रहीं। 8 मई 1929 को बनारस में जन्मी गिरिजा देवी के हृदय ने कल 24 अक्टूबर, 2017…
अभिषेक श्रीवास्तव बमुश्किल दो-ढाई हफ्ते पहले की बात है। मशहूर सरोद वादक पंडित विकास महाराज बनारस से दिल्ली आए हुए थे एक गुहार लेकर। यह गुहार बीते कई दशक से अनसुनी जाते-जाते एक…
टीपू सुल्तान भारत का वह महान शासक है जिसने दुनिया में पहली बार रॉकेट का इस्तेमाल किया, जिसने 1857 की क्रांति से आधी सदी से भी पहले अंग्रेज़ों से लगातार मोर्चा लिया और…
विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने राहुल गाँधी के आरएसएस में महिलाओं की स्थिति पर पूछे गए सवाल को अभद्र बताया है। उन्होंने कहा है कि ऐसे सवाल का जवाब देना गरिमा के ख़िलाफ़ है।…
लेखक प्रो. कांचा इलैया शेफर्ड की लिखी किताब सामाजिक स्मगलरलु कोमाटोल्लु को प्रतिबंधित किए जाने के खिलाफ लगाई गई याचिका पर फैसला देते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने दरअसल 1969 में दिए अपने एक ऐतिहासिक फैसले…
नितिन ठाकुर बात ज़रा लंबी है लेकिन आज के दौर में काम की है। मेरी इस पोस्ट में कुछ तस्वीरें और एक कहानी है। ये तस्वीरें और कहानी मानव इतिहास का वो दस्तावेज़…
पंकज श्रीवास्तव यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अगर ताजमहल को किसी लायक़ नहीं मानते तो यह बात उनकी दिमाग़ी बुनावट बताती है। वे बिहार में एक भाषण देते हुए कह भी चुके हैं…
जनसत्ता में क़रीब छह साल पहले गाँधी और संघ को लेकर एक दिलचस्प बहस चली थी। बनारस निवासी, समाजवादी जनपरिषद के नेता और गाँधी जी के निजी सचिव महादेव देसाई के पौत्र अफलातून…
23 मार्च का दिन उन आम दिनों की तरह ही शुरू हुआ, जब सुबह के वक्त राजनैतिक बंदियों को उनकी कोठरियों से बाहर निकाला जाता था। आम तौर पर वे सारा दिन बाहर…