हमारा समाज कहानियों से मिलकर बना है। कहानियां चाहे कितनी ही नई या पुरानी हों, सब कुछ सुनाने वाले पर निर्भर करता है कि वह उसे कैसे सुना रहा है। नई कहानी को…
डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़़ुबानी – 19 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक आधुनिक…
डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़़ुबानी – 18 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक…
बीहड़ और बागियों के लिए कुख्यात चम्बल में स्वाधीनता आंदोलन की एक लंबी और निर्णायक लड़ाई लड़ी गई है. अधिकतर लोग इस आख्यान से पहली बार शाह आलम की मार्फ़त परिचित हुए जब…
महात्मा गांधी को इस संसार से विदा हुए 70 साल हो गए हैं. और इन सात दशक में उनके बहुत से आलोचक भी आखिरकार, गांधी मार्ग पर चलते हुए पाए गए. कम से…
डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़़ुबानी – 17 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक…
डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़़ुबानी – 16 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक आधुनिक…
मरहूम कॉमरेड रामचंद्र सिंह की लिखी ”एक नक्सलवादी की जेल डायरी” के अंग्रेज़ी रूपांतरण का लोकार्पण आज दिल्ली के मे डे कैफे में होना है। अफ़सोस की बात है कि बरसों बाद जब यह…
डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़ुबानी – 15 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक…
प्रकाश के रे एक पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कामकाज पर बहुत कुछ अच्छा और खराब कहा जा सकता है, लेकिन इस सच से कोई इनकार नहीं कर सकता है कि प्रधानमंत्री के…
“इंदिरा गांधी के प्रधान सचिव रहे पीसी एलेक्ज़ेंडर ने अपनी किताब ‘माई डेज़ विद इंदिरा गांधी’ में लिखा है कि इंदिरा गांधी की हत्या के कुछ घंटों के भीतर उन्होंने ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट…
जितेन्द्र कुमार बात सन् 1971 के जून की है। कर्पूरी ठाकुर को मुख्यमंत्री बने कुछ ही महीने हुए थे। बिहार विधानसभा के अध्यक्ष ठाकुर जी की ही पार्टी के धनिक लाल…
डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़ुबानी – 14 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक…
आज यानी 31 दिसंबर 2018 को अख़बारों में एक तस्वीर छपी है जिसमें प्रधानंत्री मोदी सेल्युलर जेल स्थित विनायक दामोदर सावरकर की कोठरी में ध्यानमुद्रा में हैं। इसे देखते हुए मीडिया विजिल में…
9 मई राणा प्रताप जयंती पर विशेष– पंकज श्रीवास्तव इतिहास आज़ादी के लिए लड़ने वालों को हमेशा सलामी देता है। राणा प्रताप की वीरगाथा भी इसी श्रेणी में आती है। उन्होंने…
डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़़ुबानी – 13 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक आधुनिक…
पंकज श्रीवास्तव अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन पर 1938 में लगी जिन्ना की तस्वीर पर विवाद भड़काने का मक़सद चुनावी लाभ के लिए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कराना है, यह समझने के लिए…
पंकज श्रीवास्तव मोहम्मद अली जिन्ना का अंत हताश और निराश व्यक्ति के रूप में हुआ। पाकिस्तान बनने के 13 महीने भी न बीते थे कि बुरी तरह बीमार जिन्ना की 11 सितंबर…
डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़़ुबानी – 12 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक आधुनिक…
डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़़ुबानी – 11 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक आधुनिक…
अजित साही आप ने तो यही सुना है कि विभाजन के वक़्त करोड़ों मुसलमान भारत छोड़ कर पाकिस्तान जा बसे थे. लेकिन क्या किसी ऐसे मुसलमान को जानते हैं जो पाकिस्तान का…
2015 में 23 मार्च के एक-दो दिन आगे पीछे, गोरखपुर में ‘प्रतिरोध का सिनेमा’ अपनी दसवीं वर्षगाँठ मना रहा था और प्रख्यात लेखिका अरुंधति रॉय सिनेमा के उस जनोत्सव में शामिल थीं। वे …
डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़़ुबानी – 10 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक आधुनिक…
गांधी और आंबेडकर भारतीय इतिहास के दो ऐसे महानायक हैं, जिन्हें उस समय की परिस्थिति ने एक दूसरे के खिलाफ खड़ा किया। किन्तु दोनों ने भारत के नवनिर्माण में ऐतिहासिक भूमिका अदा की…
कानून बनाने वालों को पत्रकारों के बारे में फैसला सुनाने की जरूरत नहीं है गौरी लंकेश कर्नाटक के विधायकों में काफी पहले से अपने कीमती ‘संसदीय विशेषाधिकारों‘ के कथित हनन के लिए पत्रकारों…