जब हथियारों के सौदे लाभ-उन्मुख हो जाते हैं, तो वे युद्ध के माध्यम से लाभ जारी रखने के लिए संघर्ष को बढ़ावा देते हैं भारतीय अर्थव्यवस्था जहां पूरी तरह से वैश्विक बाज़ारों से…
शाखा बाबू एक बार फिर बालाकोट मोड में हैं। एक्साइटमेंट का पारावार नहीं है। भूलता जा रहा जुमला फिर याद आ रहा है… अकेले-अकेले मुस्कियाते हैं, कुछ-कुछ बुदबुदाते हैं, लेटे-लेटे अपना हाथ चमकाते…
1991-1992 के बजट भाषण को तत्कालीन वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने फ्रांसीसी उपन्यासकार विक्टर ह्यूगो के एक उद्धरण के साथ समाप्त किया था: “पृथ्वी पर कोई भी शक्ति एक विचार को नहीं रोक…
पिछले हफ्ते को कई बातों के लिए याद किया जा सकता है और अगर न चाहें तो याद करने योग्य कुछ भी नहीं हुआ है। उदाहरण के लिए, देश के 49 कलाकार व…
खालिस्तान आंदोलन के लिये भिंडरावाले का समर्थन किया जाना पार्टी विशेष के राजनीतिक स्वार्थ साधने का तरीका था, लेकिन उसके कारण हुई हिंसा ने यह साबित किया कि साम्प्रदायिक उन्माद एक ऐसे जिन्न…
सोलहवीं लोकसभा के चुनाव में मुसलमान सांसदों की संख्या 22 से बढ़कर 27 हो गयी है। फिर क्या माना जाए कि देश पुराने समय में लौट आया है और भाजपा अब मुसलमानों के…
“मेरी अम्मी बावली होकर सबसे पूछती है कि मेरा बेटा इरशाद कब वापस आएगा?” फर्जी एनकाउंटर में मारे गए इरशाद की बहन सायबा का यह बयान सुन कर दिल में एक अजीब सा…
इतिहासकार रोमिला थापर ने ‘भारत का इतिहास’ में लिखा था कि भारत कई शताब्दियों में एक साथ जीता है। संदर्भ बिल्कुल अलग है लेकिन भारतीय मीडिया घरानों के क्रिया-कलापों को देखें तो आप…
“ई मिसरा है तो भरतौल कइसे है यार?” “भरतौल…? इ का होता है?” बरेली के विधायक की भागी हुई लड़की पर बहस बनारस के गैर पंजीकृत ब्राह्मण महासभा की पंचायत में राजा घाट के…
बुद्धिजीवियों ने धर्म पर काफी कुछ लिखा-बोला पर है पर मौजूदा स्थिति में वे आम जन से संवाद स्थापित नहीं कर पा रहे हैं। संवेदनशील मुद्दों पर घर के बाहर “खुले में” बात…
हमारे समाज का तथाकथित प्रगतिशील तबका एक साथ कई आवरणों में जीता है। कभी आपको लग सकता है कि महिलाओं के मामले में वह काफी रैडिकल पोजीशन लेकर खड़ा है लेकिन जब बात…
[मलूका इधर बहुत बिजी रहे। मंत्रियों को चार्ज-वार्ज दिलवाना था। कश्मीर पर शाह जी का भाषण कराना था। मोदी जी से उसको ट्वीट कराना था। न शाखा बाबू के घर जा सके, न…
किसी भी देश या फिर इलाके के विकास के लिए ज़रूरी है कि गर्भवती औरतों और नवजातों की मौत को कम किया जाय, किन्तु कॉर्पोरेटपरस्ती के लिए चलाये जा रहे आर्थिक विकास के अजेंडे…
हमारी संस्कृति का ताना-बाना पूरी तरह धर्म के इर्द-गिर्द बुना हुआ है। कई मायनों में यह जुड़ाव इस हद तक है कि धर्म और संस्कृति का भेद न के बराबर है। देश की…
पिछली बार मैंने स्वतंत्र भारत के 72 साल के इतिहास में जिन पांच-छह बड़ी घटनाओं का जिक्र किया था, उसमें इमरजेंसी के अलावा 1984 के सिख विरोधी दंगे, मंडल आयोग को लागू किया…
वैसे तो इस स्तम्भ के मूल में भौतिक विषयों की चर्चा ही है पर जब हम मौजूदा स्थितियों को खंगालने निकले तो पाया की समस्या का आधार आध्यात्मिक ज़्यादा है । फिर क्यों…
स्वतंत्र भारत के 72 साल के इतिहास में जो चार-पांच बड़ी घटनाएं हुई हैं जो देश को लंबे समय तक प्रभावित करेंगी उनमें मैं इमरजेंसी को शामिल करता हूं। इसके अलावा 1984 के…
खबर यह है कि कोई खबर ही नहीं है । प्रधानमंत्री अपनी कैबिनेट के साथ शपथ ले चुके हैं, वित्त को रक्षा प्राप्त हो गयी है, और हम-आप पांच साल के लिये सो…
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गईं हैं। निर्वाचन आयोग ने अब कहा है कि वह इस बार की अमरनाथ यात्रा के बाद विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है। यह…
चुनाव बाद योगी अयोध्या पहुंचे। अयोध्या में भगवान राम की आदमकद काष्ठ प्रतिमा का अनावरण किया। उनके इस कृत्य से हरषित भए गए सब संता। बस आकाश से पुष्प वर्षा न हुई। एक…
भारत की तीनों प्रमुख संसदीय कम्युनिस्ट पार्टियों की 2019 के आम चुनाव में जबरदस्त हार हुई है। उन्होंने केरल, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु समेत विभिन्न राज्यों में एक सौ से अधिक प्रत्याशी खड़े किये…
सरकार बन गयी, शपथ ग्रहण हो गया। राम काज खतम, अब काम काज शुरु। शाखा बाबू अब फुल विश्राम मोड में हैं। उन्हें जो कुछ चिन्ता थी भी वो अमित शाह के गृह…
यह चुनाव नेताओं, सीटों, दलों, सरकार या संस्थाओं के बारे में नहीं है. यह केवल उन लोगों के बारे में है जो 2014 में 31% थे और 2019 में भाजपा का समर्थन करते…
सत्रहवीं लोकसभा के चुनाव में भाजपा प्रचंड बहुमत से सरकार बना चुकी है। सत्ताधारी पार्टी भाजपा और गठबंधन में जहां उत्साह है वहीं विपक्ष इसको अप्रत्याशित जीत मान कर हताश है। समाजवादी, गांधीवादी,…
देश भर में सम्पन्न हुए आम चुनाव ने बहुत से मामलों मे सीधी लकीर खींच दी है. देश भर में बहुजन और ओबीसी राजनीति की ठेकेदारी जिन खानदानों और कुनबों के कंधों पर…