बिहार विधानसभा चुनाव की पहली फेज़ की मतदान के लिए प्रचार का आज आख़िरी दिन है. तेजस्वी यादव ने अपनी आख़िरी दिन के प्रचार के लिए जाने से पहले पटना में मीडिया से बात की. उन्होंने अपने आवास के बाहर मीडिया से बात करते हुए महंगाई को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर हमला बोला.
राजद अध्यक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि महंगाई सबसे बड़ी मुद्दा है. यही बीजेपी के लोग प्याज़ की माला पहन-पहन कर घूमते थे. प्याज़ की कीमत सेंचुरी मारने वाली है. पेट्रोल-डिज़ल तो महँगा हो ही रही है. साथ में, खाने-पीने की चीज़ें भी महँगी हो रही है. प्याज़-टमाटर और हरेक तरह की चीज़ों में महंगाई बढती जा रही है. जनता परेशान है, लेकिन सरकार को इससे कोई मतलब नहीं है. नीतीश कुमार चुप्पी साधे हुए हैं. आखिर इस मुद्दे पर वह बोलते क्यों नहीं हैं?
भाजपा को घेरते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि प्याज़ की कीमत 50-60 रूपये प्रति किलो पहुँच जाने पर ये लोग प्याज़ का रोना रोता थे, लेकिन अब तो 80 के पार चला गया है, तो कहाँ हैं ये लोग? देश में बिहार में लोगों को पूछा नहीं जा रहा है. उन पर हमले किए जा रहे है. उनको उभारने की कोशिश करनी चाहिए थी लेकिन ये लोग उन्हें ख़त्म करने का प्रयास कर रहे हैं.
कोरोना संकट में महंगाई बढ़ने तथा जनता और कारोबारियों को हो रही परेशानी को लेकर उन्होंने कहा कि रोज़गार नहीं है. नौकरी नहीं है. लोगों के खाने के लाले पड़े है. भुखमरी बढ़ी हुई है. महंगाई इतनी चरम सीमा पर पहुँच गई है कि छोटे-छोटे व्यापारी-व्यवसायी तंग आचुकें हैं. तबाह हो चुके हैं. बिहार में गरीबी और बढती जा रही है. युवा परेशान होकर पलायन कर रहे हैं. किसान परेशान हैं.
मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव हाथ में प्याज़ की माला लिये हुए थे। उन्होंने पूथा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी कहाँ हैं, महंगाई पर उनकी चुप्पी क्यों हैं? उनके मुंह में दही क्यों जमा है?
मीडिया ने मुख्यमंत्री नीतीश की ओर से तेजस्वी के परिवार पर की गयी एक टिप्पणी का ज़िक्र करने पर तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने तो मुद्दें की बात की है. रोजगर दिलाने की बात की है. कारखाने, पलायन, गरीबी, किसान, मजदूर, शिक्षा-चिकित्सा की बात की हैं. अब ‘अपने बाप से पूछो’ जैसे व्यक्तिगत हमले किये जा रहे हैं. फिर भी वे बड़े हैं. हमारा तो पूरा इज्ज़त और सम्मान है उनके प्रति. कार्य-संस्कार ने सिखाया है कि बड़ों का सम्मान करो और हम कर रहे हैं. इसे हम दूसरे रूप में भी देख रहे हैं कि हमें नीतीश जी का आशीर्वाद मिल रहा है.
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने बेगुसराय जिले के तेघड़ा विधानसभा में एक सभा के दौरान तेजस्वी यादव पर व्यक्तिगत हमला करते हुए कहा था कि अगर पढ़ना चाहते चाहते हो तो अपने बाप से पूछो..अपनी माता से पूछो कि कहीं कोई स्कूल था, कहीं कोई स्कूल बन रहा था, कहीं कोई कॉलेज बना था? जरा पूछ लो! राज करने का मौक़ा मिला तो ग्रहण करते रहे और जब अंदर चले गये तो पत्नी को बैठा दिया गद्दी पर.