जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव की पहली फेज़ की मतदान तिथि नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे तमाम दल मतदाताओं को अपने पक्ष में कर लेना चाहती हैं. इसी के मद्देनज़र आज महानवमी के अवसर पर लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान सीतामढ़ी के पुनौरा धाम पहुंचे. इस स्थल का महत्व पौराणिक कथाओं पर आधारित है. माना जाता है कि यह राम की पत्नी सीता की जन्म स्थली है. चिराग भी दर्शन के लिए पहुंचें थे.
वहाँ उन्होंने सीता के जन्म स्थली के प्रांगण में घूम कर जायजा लिया और मीडिया से बात करते हुए कहा, जैसे माता सीता के बिना राम अधूरे हैं, वैसे राम के बिना माता सीता. इसलिए मैं चाहता हूं कि जैसे भव्य राम मंदिर का निर्माण अयोध्या में हुआ, उससे भी बड़े माता सीता मंदिर का निर्माण सातामढ़ी में हो. इसके पीछे का उद्देश्य-मेरी आस्था और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है.
चिराग पासवान पहले भी सीता के जन्म स्थली के जीर्णोद्धार के लिए बात करते रहे हैं. आज वह उस पौराणिक स्थल पर पहुंचकर इसकी अधिकारिक घोषणा भी कर दी हैं. उन्होंने अपने चुनावी घोषणापत्र में भी सीता के भव्य मंदिर के निर्माण की बात कही है.
आगे उन्होने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर हमारी सरकार बनी तो अयोध्या में बन रहे भगवान श्री राम जी के मंदिर से भी भव्य मंदिर माता सीता का होगा. जब मीडिया ने उनसे पूछा कि क्या आपकी सरकार बनेगी तो इसके जवाब में जमुई से सांसद चिराग पासवान कहते हैं कि बिलकुल हमारी सरकार बनेगी. कम से कम जो मुख्यमंत्री हैं वो दोबारा मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे और भाजपा के नेतृत्व में हम भाजपा-लोजपा सरकार बनाएंगे. लोजपा की जो अगली सरकार बनेगी उसी में हम मंदिर की आधारशिला रखेंगे.
साथ ही, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सलाह देते हुए उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि आदरणीय नीतीश जी को प्रमाण पत्र की आवश्यकता ख़त्म होती नहीं दिख रही है. भाजपा के साथियों का नीतीश जी को पुरे पन्ने का विज्ञापन और प्रमाणपत्र देने के लिए शुक्रगुज़ार होना चाहिए और जिस तरीक़े से भाजपा गठबंधन के लिए ईमानदार है, वैसे ही नीतीश जी को भी होना चाहिए.
आगे उन्होंने लिखा है कि भाजपा द्वारा दिए गए विज्ञापन में सिर्फ़ प्रधानमंत्री जी की तस्वीर को देख कर अच्छा लगा. समय रहते मेरे भाजपा के साथियों को समझ आ गया कि आदरणीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी की तस्वीर लगाने से नुक़सान हो रहा है.
गौरतलब हो कि चिराग पासवान नेतृत्ववाली लोजपा केंद्र सरकार में भाजपा नेतृत्ववाली एनडीए के साथ है. जबकि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए से अलग होकर चुनावी मैदान है. लेकिन दिलचस्प यह है कि चिराग पासवान एनडीए के सहयोगी नीतीश कुमार नेतृत्ववाली जेडीयू के खिलाफ़ लगातार मुखर हैं. जबकि भाजपा के खिलाफ़ सिवाय एक सीट के कोई भी प्रत्याशी नहीं उतार रहे हैं. यह सीट समस्तीपुर के रोसड़ा विधानसभा है. जहाँ से भाजपा के खिलाफ़ चिराग के चचेरे भाई कृष्णा राज़ लड़ रहे हैं.