साउथ दिल्ली की चमक के आगे मीडिया को हजारीबाग में हुआ बुराड़ी काण्ड नहीं दिखेगा!

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हज़ारीबाग का परिवार जिसने नोटबंदी से तबाह होकर सामूहिक ख़ुदकुशी कर ली


गिरीश मालवीय

हजारीबाग के महावीर माहेश्वरी ने परिवार समेत आत्महत्या कर ली. पुलिस को घटनास्थल से एक लिफाफा मिला है जिस पर सुसाइड नोट लिखा हुआ है. इसमें खुदकुशी को गणित के ‘सूत्र’ के तौर पर समझाते हुए लिखा गया है-

‘बीमारी+दुकान बंद+दुकानदारों का बकाया न देना+बदनामी+कर्ज=तनाव→मौत’

बताया जाता है कि पूरा परिवार काफी सीधा और स्वभिमानी था. ड्रायफ्रूट्स का व्यवसाय काफी फैला हुआ था. एक रिपोर्ट के मुताबिक करीब 50 लाख से एक करोड़ रुपये तक की रकम मार्केट में फंसी हुई थी. बाजार से रिटर्न नहीं मिलने की वजह से व्यवसायी परिवार पेमेंट नहीं कर पा रहे थे.

फेसबुक मित्र असित कुमार नाथ बता रहे हैं कि ‘महावीर महेश्वरी के चचेरे भाई के मुताबिक नोटबंदी के बाद इनका बहुत सारा पैसा बाजार में फंस गया. ऐसी कई छोटी दुकानें बंद हो गईं जिनमें इनके यहां से माल जाता था. जिनकी दुकानें बंद हुईं उनमें से कुछ लोगों के यहां से तो रिकवरी हो पाई लेकिन, ज्यादातर लोगों से रिकवरी नहीं हो पाई थी क्योंकि उनके पास देने को कुछ बचा ही नहीं था. कारोबार जिंदा रखने के लिए महावीर महेश्वरी ने उधार और कर्ज लिया जो अब वो चुका नहीं पा रहे थे. कर्ज की वजह से सामाजिक प्रतिष्ठा गिरती जा रही थी. लिहाजा पूरा परिवार दुनिया को अलविदा कह गया.’

अब इस केस में नोटबन्दी की भूमिका साफ नजर आती है. हर शहर के छोटे बड़े खुदरा व्यापार में लगे व्यापारी को नोटबन्दी ओर विचित्र प्रकार की GST लागू होने के बाद अपने व्यापार में चोट पुहंची है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वह ऐसा रास्ता ही अख्तियार कर ले.

पिछले दिनों उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी के संत नगर इलाके में एक साथ 11 शव मिले थे लेकिन उसको लेकर मीडिया में एक विशेष किस्म का उत्साह देखने मे आ रहा था. वह यहाँ इस घटना ने देखने में नहीं आएगा क्योंकि बात कहीं न कहीं नोटबन्दी की निकलेगी जरूर.

वैसे बुराड़ी केस पूरा अंधविश्वास पर टिका हुआ था इसलिए उसके किस्से रस ले ले कर बताए गए ओर मृतक परिवार की मूर्खता को जम कर कोसा गया. ब्रेक के बाद यह भी बताया गया कि शिरडी में किसी मन्दिर पर साईं बाबा की तस्वीर उभर रही है और पुरी के जगन्नाथ जी की ज्यादा आमरस पीने से तबियत खराब हो गयी है. क्या ये बातें अंधविश्वास को नहीं बढ़ातीं?

हजारीबाग की यह घटना बहुत जल्दी मीडिया से गायब हो जाएगी क्योंकि दिल्ली की एक एयरहोस्टेस ने आत्महत्या कर ली है और मृतका की तस्वीरें आकर्षक हैं.