प्रेस की आज़ादी पर देखिए रवीश कुमार का ज़रूरी प्राइम टाइम

 

“हम सब मीडिया से घिरे हुए समाज में रहते हैं. आम जीवन में तमाम मुद्दों के साथ साथ मीडिया भी एक मुद्दा रहता ही है. आप ही नहीं, हम भी इस मीडिया को समझने का लगातार प्रयास करते रहते हैं. राष्ट्रवाद से लेकर रासायनिक खाद के साथ-साथ मीडिया को लेकर भी तमाम मंचों पर बहसें होती रहती हैं. आपके लिए भी मीडिया एक मुद्दा रहता है. मीडिया के लिए भी आप एक मुद्दा हैं. मीडिया के बारे में आप जितनी राय रखते हैं शायद पहले उतनी नहीं रखते होंगे. मीडिया की स्वतंत्रता को लेकर दुनिया भर में चिंता जताई जा रही है, साथ ही साथ मीडिया का प्रसार भी उसी रफ्तार से हो रहा है. तमाम मानकों को देखें तो प्रेस की स्वतंत्रता कम हो रही है, वहीं प्रेस का कारोबार तेज़ी से बढ़ता ही जा रहा है.”


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