आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य और कवि कुमार विश्वास के एक बयान से बवाल खड़ा हो गया है। उन्होंने आरक्षण के लिए आंदोलन खड़ा करने वाले ‘एक आदमी’ को देश में जातिवाद बढ़ने का कारण बताया है। उन्होंने नाम तो नहीं लिया लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के दौरान कही उनकी इस बात का वीडियो सोशल मीडिया में काफ़ी देखा जा रहा है। कुछ लोग इसे पूर्व प्रधानमंत्री वी.पी. सिंह के साथ जोड़कर देख रहे हैं तो कुछ दलित चिंतक इसे सीधे डॉ.अंबेडकर पर हमला बता रहे हैं। पढ़िए, प्रख्यात सामाजिक विचारक और बुद्धिजीवी कंवल भारती और शिक्षिका कौशल पंवार की प्रतिक्रिया जो उन्होंने फ़ेसबुक पर दर्ज की। सबसे नीचे कुमार विश्वास का वीडियो – संपादक
कुमार जी पहले तो मैं तुम्हारी इस सामंती परम्परा पर थूकता हूँ, जिसमें मेहतरानी दहेज में भेजी जाती थी। दूसरे मैं तुम्हारी सामंती सोच पर थूकता हूँ, जो इस घृणित प्रथा को सही मानता है । डॉ. अम्बेडकर ने जाति का बीज नहीं बोया था, बल्कि उन्होंने दलितों को तुम्हारी गुलामी से निकालने का काम किया था, जिस पर तुम आज तक इसलिए बिलबिला रहे हो, क्योंकि अब गाँव में कोई दलित तुम्हारी गुलामी नहीं कर रहा है और वह समाज में तुम्हारे बराबर खड़ा हो गया है । तुम ब्राह्मणों को तुम्हारे गन्दे काम करने वाले गुलाम दलित चाहिए, जिसका रास्ता अम्बेडकर बन्द कर चुके हैं। इसलिए तुम जैसे घोर जातिवादियों को अम्बेडकर जातिवादी नजर आ रहे हैं।
कुमार विश्वास तुम राजनीति में सबसे जहरीले प्राणी हो। तुम जैसे लोगों की वजह से ही इस मान्यता को बल मिलता है कि ब्राह्मण कभी प्रगतिशील नहीं हो सकता।
इस ब्राह्मण को कोई समझाये की बाबा साहेब से बड़ा समाज सुधारक न कोई हुआ और न होगा। आप पहले बाबा साहेब जितनी योग्यता हासिल कीजिए तब उन पर सवाल उठाये। इसे अपनी इस टिप्पणी के लिए पूरे दलित समाज से माफी मांगनी चाहिए.
नीचे देखें कुमार विश्वास का विवादास्पद बयान
https://www.youtube.com/watch?v=K4r3aTJDmi8