केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह और जयंत सिन्हा की मौजदूगी में कल राँची में प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता और अर्थशास्त्री विचारक ज्याँ द्रेज़ को बीजेपी विधायकों और मंत्री ने धमकाते हुए बोलने से रोका। आज तमाम सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इसके विरोध में राजभवन मार्च करके झारखंड के कृषि मंत्री रणधीर कुमार सिंह को बरख़ास्त करने की माँग की। एक रिपोर्ट—
रांची, 14 अगस्त। झारखंड के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आज राजभवन मार्च करके अभिव्यक्ति की आजादी मांगीं। यह प्रदर्शन 13 अगस्त को रांची में झारखंड कॉन्क्लेव के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता ज्यां द्रेज के अपमान के खिलाफ किया गया। प्रदर्शनकारियों ने तख्ती लगा रखी थी- “ज्यां द्रेज, हम तुम्हारे साथ हैं।”
प्रदर्शनकारियों ने झारखंड के कृषि मंत्री रणधीर कुमार सिंह को बर्खास्त करने की मांग की।
यह मामला प्रभात खबर द्वारा आयोजित ‘झारखंड कॉन्क्लेव’ का है। झारखंड सरकार द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम में झारखंड के लिए विजन 2025 पर चर्चा की गई। इसके प्रमुख वक्ताओं में प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ. ज्यां द्रेज भी शामिल थे। उन्होंने झारखंड में थ्री-सी की चर्चा की- क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म। इस क्रम में उन्होंने गत दिनों झारखंड सरकार द्वारा धर्म परिवर्तन मामले में अखबारों में पूरे पेज के विज्ञापन का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उस विज्ञापन में महात्मा गांधी के वक्तव्य को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है।
इस दौरान मंच पर केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा, पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल मरांडी और राज्यसभा सांसद हरिवंश, प्रभात खबर के प्रधान संपादक अनुराग चतुर्वेदी मौजूद थे। इसके बाद केंद्रीय मंत्रियों राधामोहन सिंह और जयंत सिन्हा ने अपने भाषण के दौरान बार-बार ज्यां द्रेज का नाम लेकर तीखे व्यंग्य किये और व्यक्तिगत प्रहार किया।
इस दौरान डॉ. द्रेज मंच पर बैठे चुपचाप सुनते रहे। हालांकि अंत में राज्यसभा सदस्य एवं प्रभात खबर के पूर्व प्रधान संपादक हरिवंश जी ने अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज के साथ हुए दुर्व्यवहार को अनुचित बताते हुए अपने वक्तव्य में कई बार उनका उल्लेख करके सम्मान दिया।
झारखंड सरकार द्वारा प्रायोजित तथा एक अखबार द्वारा आयोजित विचार गोष्ठी में एक वक्ता का राज्य के एक मंत्री के नेतृत्व में इस अपमान से राज्य के सामाजिक कार्यकर्ताओं में काफी रोष है। आज का प्रदर्शन इसी का संकेत है।
आज प्रदर्शन के दौरान सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मुंह पर काली पट्टी लगा रखी थी। राजभवन मार्च में फादर स्टेन स्वामी, बलराम, दयामनी बारला, आलोका, सुशांतो मुख़र्जी, नदीम खान अरूण प्रधान, कुमार संजय, प्रवीर पीटर समेत अन्य लोग शामिल थे।