कश्मीर में मीडिया पर सरकारी बंदिशों और दमन के खिलाफ़ बुधवार को जर्नलिस्ट्स फॉर कश्मीर, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया और इंडियन विमेन प्रेस कोर ने दिल्ली के रायसीना रोड पर प्रेस क्लब के बाहर संयुक्त धरना दिया और बाद में एक हस्ताक्षरित ज्ञापन गृह मंत्रालय को सौंपा गया।
धरने में उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस राजिंदर सच्चर भी शामिल रहे, जिन्होंने दिल्ली में कश्मीर पर हुए कार्यक्रमों के मीडिया ब्लैकआउट पर सवाल उठाया और गुस्सा जाहिर किया। ध्यान रहे कि एक दिन पहले गांधी शांति प्रतिष्ठान में कश्मीर के सवाल पर एक बड़ा सम्मेलन हुआ था जिसमें जस्टिस सच्चर भी मंचस्थ थे। इस कार्यक्रम की कवरेज राजधानी के किसी अखबार ने नहीं की थी। जस्टिस सच्चर मीडिया के इस रुख़ से काफी नाराज थे।
वरिष्ठ पत्रकार आनंदस्वरूप वर्मा, अनिल चमडि़या, प्रशांत टंडन, अनिल दुबे, पंकज श्रीवास्तव, प्रेस क्लब के महासचिव नदीम अहमद, डॉ. अनूप सराया, अवतंस चित्रांश, वरुण शैलेश, संजय बालोदिया और नवीन कुमार समेत कई युवा पत्रकारों की धरने में अच्छी भागीदारी रही।
धरने के बाद दोपहर साढ़े तीन बजे प्रेस क्लब के लॉन में कश्मीर के मीडिया दमन पर ही एक परिचर्चा रखी गई थी जिसमें राजदीप सरदेसाई, हरतोश सिंह बल और सीमा मुस्तफा समेत प्रेस क्लब के अध्यक्ष राहुल जलाली मंचस्थ थे। यह कार्यक्रम करीब डेढ़ घंटे चला।