लगभग पिछले दो महीने से सीएए और एनआरसी को लेकर जगह-जगह हो रहे प्रदर्शनों और विरोध के चलते छत्तीसगढ़ के सारकेगुड़ा में जून 2012 में हुए फर्जी मुठभेड़ की खबर काफी हद तक…
कई साल पहले दुनिया-ए-फ़ानी को विदा कह गए एक व्यक्ति को उत्तर प्रदेश की महान पुलिस ने गिरफ़्तारी का नोटिस भेजा सीएए- एनआरसी के खिलाफ़ आंदोलन मे भागीदारी के लिए तो उधर शामली…
नागरिकता संशोधन क़ानून (सीएए) के ख़िलाफ़ पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं लेकिन इस प्रदर्शन से जान-माल का सबसे ज्यादा नुकसान उत्तर प्रदेश को हुआ है। 20 दिसंबर से हो रहे विरोध…
मोदी सरकार ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह देश के इतिहास की सबसे सहिष्णु और अल्पसंख्यक-प्रेमी सरकार है। जहां सरकार के विरोधी सरकार को अल्पसंख्यकों का दुश्मन साबित करने…
रूपेश कुमार सिंह स्वतंत्र पत्रकार के बतौर झारखंड में 2014 से काम कर रहे थे। इनके लेख व रिपोर्टिंग कई पत्रिकाओं जैसे समयांतर, तीसरी दुनिया, दस्तक, फिलहाल, तलाश, बिरसा भूमि, अभियान, देश-विदेश आदि…
कारवां डेली में इनटर्न रिपोर्टर मोहम्मद आसिफ़ बीते शुक्रवार को दिल्ली के यूपी भवन पर हुए प्रदर्शन को कवर करने गए थे जहां पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और दिन भर…
बहुत पुरानी नहीं सिर्फ़ तीन साल पहले की बात है। एक लोकतांत्रिक देश की राजधानी में स्थित एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय के एक हॉस्टल से एक छात्र ग़ायब हो गया। इन तीन सालों में…
पिछले रविवार को रामलीला मैदान में प्रधानसेवक मोदी ने बीजेपी समर्थक जनता को उकसाते हुए पूछा कि कि क्या मैंने कभी धर्म और जाति की बात की? प्रधानमंत्री मोदी के इस बात का…
न अपील, न वकील, न दलील− ये लाइनें आपने इतिहास की किताबों में रौलेट एक्ट पढ़ते समय खूब पढ़ी होंगी। कितना भयावह होता होगा किसी को भी बिना कारण बताए उठा कर जेल…
हाल में प्रकाशित बेहद चर्चित किताब ‘कश्मीरनामा:इतिहास और समकाल” के लेखक और कवि अशोक कुमार पाण्डेय अब हर हफ़्ते अपने कॉलम रोज़-ब-रोज़ के साथ मीडिया विजिल के पाठकों से रूबरू होंगे। उनकी अगली…
जितेंद्र कुमार का साप्ताहिक स्तंभ
नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ असम में आन्दोलन तेज हो गया है. बुधवार को राज्यसभा में इस बिल के पास होने के बाद आन्दोलन ने हिंसक रूप ले लिया है जिसके चलते असम…
यान रीड्ज़ाक़ के साथ विशेष साक्षात्कार कश्मीर में सेल्युलर, मोबाइल इंटरनेट और ब्रॉडबैंड सेवाओं के निलंबन के साथ एक अभूतपूर्व संचार ब्लैकआउट को 100 दिन से अधिक समय बीत चुका है। 5 अगस्त…
बीते हफ्ता मुंबई में देश के सबसे बड़े मीडिया घराने बेनेट कोलमैन एंड कंपनी ने अपने पिंक पेपर ‘द इकनॉमिक टाइम्स’ के नाम पर दो दिनों का कॉरपोरेट एक्सिलेंस अवार्ड आयोजित किया। वहां…
पूर्वी उत्तर प्रदेश के पत्रकारों को मैग्सायसाय पुरस्कार विजेता पत्रकार पी. साइनाथ का संबोधन पराड़कर स्मृति सभागार, वाराणसी 29 नवंबर, 2019 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकसभा क्षेत्र वाराणसी पिछले शुक्रवार एक ऐतिहासिक आयोजन…
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की पुण्यतिथि 20 नवंबर पर विशेष- आपबीती दास्तान – स्व. फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ (हाल ही में फ़ैज़ का जन्मशती वर्ष खत्म हुआ है इस मौके पर हिन्दी में जनवादी लेखक…
पिछले तीन हफ्ते से भी अधिक समय से देश के सबसे प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थान जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र-छात्राएं सड़क पर अपने विश्वविद्यालय को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। विद्यार्थियों…
रोज की तरह 30 अक्टूबर की सुबह 10 बजे के करीब नेट ऑन किया, तो व्हाट्सएप पर एक मेसेज बाकी मेसेजेस से अलग था। यह मेसेज खुद व्हाट्सएप का था। इसमें लिखा था…
महाराष्ट्र का चुनाव परिणाम आए हफ्ता भर हो गया लेकिन सरकार बनाने को लेकर अभी तक विजेता गठबंधन की तरफ से ठोस पहल शुरू नहीं हुई है, बल्कि उलटे मुख्यमंत्री पद को लेकर…
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाये ढाई महीने से अधिक हो गये, लेकिन कश्मीरियों की त्रासदी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। शुरू में कश्मीर से कई दिनों तक अखबारों का…
इन दिनों देश राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का 150वां जन्मदिन मना रहा है. इस मौके पर गांधीजी के बारे में मीडिया में बहुत कुछ लिखा और कहा जा रहा है. कुछ लोग तो ईमानदारी…
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुखिया ने विजयादशमी पर बयान दिया है कि भीड़ की हिंसा (Mob lynching) पश्चिमी दुनिया की अवधारणा है और बाइबिल से आयी है। यह बयान भीड़ की हिंसा…
बिहार के मुजफ्फरपुर में रामचंद्र गुहा सहित देश के 49 लब्ध प्रतिष्ठित बुद्धिजीवियों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज कराया गया है। मुजफ्फरपुर के वकील सुधीर कुमार ओझा की याचिका पर मुख्य न्यायिक…
भारतीय साथियों, जब आप दिल्ली और अन्य जगहों पर अनुच्छेद 370 हटाने का जश्न मना रहे थे, मैं अवरुद्ध सड़कों और कंटीले तारों को पार करने की कोशिश कर रहा था, दूध…
एक आम आदमी को भारतीय न्यायालयों पर जितना भरोसा है उतना किसी भी अन्य संस्था नहीं। यह एकमात्र ऐसी संस्था है जिसने मुश्किल दौर में भी क्रांतिकारी फैसले लेकर आम अवाम को सशक्त…