2019 की दूसरी छमाही मेरे लिए बहुत थका देने वाला, लेकिन शांत अनुभव था। झारखंड पुलिस मेरे पीछे थी और मैं पुलिस के पीछे! अंतर यह था कि पुलिस का कार्य असंवैधानिक था…
भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने नागरिकता संशोधन अधिनियम लाकर देश में बवंडर खड़ा कर दिया है. देश का सामाजिक ताना-बाना तो तार-तार हो ही रहा है, देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है…
पिछले दो सप्ताह से मैं दो आख्यानों को समझने की कोशिश कर रहा हूँ। पहला आख्यान (narrative): इसके अनुसार दिल्ली में जो कुछ हुआ वह: हिंदुओं ने किया, मुसलमानों के विरुद्ध। इस में सरकार…
कहते हैं कि इतिहास अपने आप को दोहराता है, पहले त्रासदी के रूप में और फिर प्रहसन की तरह. भारत के मामले में, सांप्रदायिक हिंसा न सिर्फ स्वयं को दोहराती आई है वरन्…
यह न संयोग है, न प्रयोग! यह एक प्रोजेक्ट है जिसे बहुत तेजी से पूरा किया जा रहा है. भारत को ‘हम’ और ‘वे’ में बांट देने का प्रोजेक्ट, जिसके लिए कई दशकों…
चौरीचौरा, गोरखपुर से राजघाट नई दिल्ली के लिए निकली ‘नागरिक सत्याग्रह पदयात्रा’ 200 किलोमीटर की यात्रा करके 11 फरवरी को गाजीपुर पहुंची, जहां स्वागत करने के स्थान पर पुलिस ने सत्याग्रही पदयात्रियों को…
प्रिय श्री राम, जय सिया राम! हो सकता है मुझसे पहले यह बात आपसे बहुतों ने कही हो पर आपने अनसुना कर दिया हो या उस समय ठीक से समझ न पाये हों…
मीडियाविजिल पर 6 फरवरी को प्रकाशित हरेराम मिश्र के लेख पर आपत्ति जताते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखी गयी और लेख को तथ्यहीन बताया गया। मीडियाविजिल ने पोस्ट के लेखक से आग्रह…
माननीय अरविंद केजरीवाल जी, मैं एक आम महिलावोटर के नाते आपको संबोधित यह पत्र लिख रही हूँ. जब आप , आम आदमी पार्टी की स्थापना किये थे आप ने आम जनमानस में यह…
यह एक बहुत ही लंबा आर्टिकल है. इसे तैयार करने में मुझे छह महीने से ज्यादा का वक्त लगा था. यहां आपको वह महात्मा मिलेगा, जो अपौरुषेय है. कैसे गांधी ने दंगा पीडि़त…
(अमरीकी अध्येता व शांति के सिपाही जेम्स डब्ल्यू.डगलस की किताब का नाम है ‘ गांधी एंड द अनस्पीकेबल : हिज फाइनल एक्सपेरिमेंट विद ट्रूथ’। यह महात्मा गांधी की हत्या की कहानी भर नहीं…
एक पुरानी कहावत है कि प्रेम और युद्ध में किसी नियम-कायदे का पालन नहीं होता। मैं सोचता हूं कि यह कहावत सबसे ज्यादा लागू होती है हमारे चुनावों पर! चुनाव जीतने के लिए…
शाहीन बाग़ में उम्मीदों और आशंकाओं के बीच झूलते लोग हर तदबीर आज़मा लेना चाहते हैं। उनका सबसे बड़ा आसरा भारतीय संविधान ही है जिसका वे वास्ता दे रहे हैं और जिसके सहारे…
यूं तो दलित आत्मकथाओं ने आम तौर पर ही लोगों का उन पीड़ाओं,वंचनाओं और अमनावीय परिस्थितियों से परिचय करवाया है, जो या तो सामान्य जन की कल्पना से परे थी या जिन परिस्थितियों…
बात ज्यादा पुरानी नहीं है। भीम आर्मी के चीफ चन्द्रशेखर रासुका के तहत जेल में बंद थे। सत्ता द्वारा उनके इस उत्पीड़न के खिलाफ लखनऊ में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वहां…
आजादी क्या होती है? इससे पहले कि जवाब में कोई रटा हुआ निबंध सुनने को मिले, यहां मैं दो किस्से सुनाना चाहता हूं। एक असल जिंदगी का, दूसरा लिखा हुआ। मंटो के पास…
आजकल के एक विकट देशभक्त एक्टर टीवी पर टाइल्स बनाने वाली एक कम्पनी के विज्ञापन में देश का हवाला देते हुए कहते हैं कि इस ब्राण्ड की टाइल्स देश की मिट्टी से बनी…
एसिड अटैक महिलाओं के प्रति हिंसा का क्रूरतम रूप है. एसिड हमला एक ऐसा सस्ता और सुलभ हथियार है जिसका उपयोग बदला लेने के लिये किया जाता है. महिलाओं से उनके इनकार का…
लगभग पिछले दो महीने से सीएए और एनआरसी को लेकर जगह-जगह हो रहे प्रदर्शनों और विरोध के चलते छत्तीसगढ़ के सारकेगुड़ा में जून 2012 में हुए फर्जी मुठभेड़ की खबर काफी हद तक…
कई साल पहले दुनिया-ए-फ़ानी को विदा कह गए एक व्यक्ति को उत्तर प्रदेश की महान पुलिस ने गिरफ़्तारी का नोटिस भेजा सीएए- एनआरसी के खिलाफ़ आंदोलन मे भागीदारी के लिए तो उधर शामली…
नागरिकता संशोधन क़ानून (सीएए) के ख़िलाफ़ पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं लेकिन इस प्रदर्शन से जान-माल का सबसे ज्यादा नुकसान उत्तर प्रदेश को हुआ है। 20 दिसंबर से हो रहे विरोध…
मोदी सरकार ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह देश के इतिहास की सबसे सहिष्णु और अल्पसंख्यक-प्रेमी सरकार है। जहां सरकार के विरोधी सरकार को अल्पसंख्यकों का दुश्मन साबित करने…
रूपेश कुमार सिंह स्वतंत्र पत्रकार के बतौर झारखंड में 2014 से काम कर रहे थे। इनके लेख व रिपोर्टिंग कई पत्रिकाओं जैसे समयांतर, तीसरी दुनिया, दस्तक, फिलहाल, तलाश, बिरसा भूमि, अभियान, देश-विदेश आदि…
कारवां डेली में इनटर्न रिपोर्टर मोहम्मद आसिफ़ बीते शुक्रवार को दिल्ली के यूपी भवन पर हुए प्रदर्शन को कवर करने गए थे जहां पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और दिन भर…
बहुत पुरानी नहीं सिर्फ़ तीन साल पहले की बात है। एक लोकतांत्रिक देश की राजधानी में स्थित एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय के एक हॉस्टल से एक छात्र ग़ायब हो गया। इन तीन सालों में…