आम चुनाव 2019 के परिणामों के विश्लेषण विभिन्न आयामों के सन्दर्भ में लम्बे अरसे तक किये जाते रहेंगे। इनमें महिलाओं का भारी मतदान और महिला प्रत्याशिओं का अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन भी शामिल है।…
कभी चुनाव विश्लेषक रहे और अब स्वराज इंडिया नाम की राजनीतिक पार्टी चला रहे योगेंद्र यादव ने अपने स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं को एक आभार संदेश भेजा है। स्वराज इंडिया के प्रेसीडियम की ओर से…
आजादी के आंदोलन से निकली देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस, इतिहास के अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। लगातार दो लोकसभा चुनाव में मुंह की खा चुकी पार्टी में आत्ममंथन…
राघव बहल और संजय पुगलिया से बातचीत में राहुल गांधी ने कहा था कि हर आइडिया का एक टाइमफ्रेम होता है जिसके बाद वो काम करना बंद कर देता है. सात दशक तक…
सोलहवीं लोकसभा चुनने के लिए 2014 में हुआ आम चुनाव पिछले सभी आम चुनावों के मुकाबले कई मायनों में खास रहा। खास इस मायने में कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र…
सत्रहवीं लोकसभा के लिए चुनाव के 11 अप्रैल से शुरू हुए मतदान के सातवें एवं अंतिम चरण में रविवार 19 मई को वोटिंग समाप्त होते ही विभिन्न पोल्स्टर एजेंसियों और खबरिया टीवी चैनलों…
कांग्रेस के नेतृत्व में यूपीए ने 2009 का चुनाव अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर अपनी सरकार के संतोषजनक प्रदर्शन के सहारे लड़ा। इस चुनाव में उसे उसकी मनरेगा जैसी कल्याणकारी महत्वाकांक्षी योजना के कारण…
कांग्रेस के लिए बड़ी खबर है कि 2019 लोकसभा चुनाव में ‘पप्पू’ पास हो गया, लेकिन फिलहाल भाजपा के अन्दरखाते भी नहीं पता कि उनका ‘फेंकू’ झोला उठा कर जायेगा या नहीं। इसके लिए उन्हें भी 23 मई…
शाखा बाबू की तबीयत ख़राब है। अन्तिम चरण में उनके यहां भी वोटिंग थी। कभी बरखा-बुन्नी तो कभी बदरफट्टू घाम। फिर भी वोट देने गए और जब से लौटे हैं खटिया पर हैं।…
प्रज्ञा ठाकुर ने महात्मा गांधी को गोली मारने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया है। प्रज्ञा जिस आरएसएस विचारधारा के स्कूल से आती हैं वहां पर यह बात आम है। आरएसएस हमेशा से…
चौदहवीं लोकसभा के लिए आम चुनाव 1999 में सितंबर-अक्टूबर के दौरान हुए थे। इस लिहाज से 14वीं लोकसभा के चुनाव 2004 में सितंबर-अक्टूबर के दौरान होना थे, लेकिन भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन…
19 मई को लोकसभा की 60 सीटों के लिए चुनाव का सातवां और अंतिम चरण संपन्न होना है। इस चरण में बिहार में 8, झारखंड में 4, मध्य प्रदेश में 8, हिमाचल प्रदेश…
17वीं लोकसभा के लिए 2019 का आम चुनाव अब तक का सबसे महंगा चुनाव साबित होने की संभावना है। इस बात पर जानकार लोगों के बीच लगभग आम सहमति है. पर राजकीय और अराजकीय,…
देश में गठबंधन की राजनीति का दौर अपने शैशवकाल में ही था, लिहाजा राजनीतिक अस्थिरता का दौर भी जारी था। भाजपा की अगुवाई वाले गठबंधन यानी एनडीए की सरकार 1998 में महज तेरह…
पांच चरण के चुनाव के बाद रुझान और ज़्यादातर विश्लेषण बता रहे हैं कि एनडीए और यूपीए दोनों ही अपनी संख्या के दम पर बहुमत का आंकड़ा पार करने में सफल नहीं होंगे.…
जीवन भर कांग्रेस में नेहरू-गांधी परिवार के दरबारी रहे और संयोगवश कांग्रेस के अध्यक्ष बने सीताराम केसरी की बेलगाम महत्वाकांक्षा और सनक भरी जिद के चलते महज दो साल से भी कम समय…
सोलहवीं लोकसभा के 2014 में हुए चुनाव में केंद्र में तब कांग्रेस के नेतृत्व वाले युनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस (यूपीए) के खिलाफ तथा भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) के…
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कामकाज पर बहुत कुछ अच्छा और ख़राब कहा जा सकता है, लेकिन इस सच से कोई इनकार नहीं कर सकता है कि प्रधानमंत्री के रूप में उन्हें कई…
1989 के आम चुनाव के बाद मंडल और कमंडल ने जहां भारतीय राजनीति का व्याकरण बदल दिया तो 1991 के आम चुनाव के बाद बनी पीवी नरसिंह राव की सरकार ने भारत की…
चंद्रशेखर सरकार के 6 मार्च, 1991 को इस्तीफे के साथ ही लोकसभा भंग हो गई और महज डेढ़ वर्ष के भीतर ही देश को मध्यावधि चुनाव का सामना करना पड़ा। चंद्रशेखर महज लगभग…
सत्रहवीं लोकसभा के चुनाव के लिए मतदान के सात चरणों में से चार चरणों में 29 अप्रैल तक 375 सीटों के वास्ते वोटिंग पूरी हो गई है। पांचवें चरण में 6 मई को…
डर लग रहा है, दूध का दूध और पानी का पानी ना जाये। देशभक्त देशभक्ति के इम्तिहान में फेल ना हो जायें। वाराणसी के ही नहीं देशभर के राष्ट्रवादियों की परीक्षा है। जिनका…
दस साल (1989-1999), पांच आम चुनाव, खंडित जनादेश, त्रिशंकु लोकसभा, बनती-गिरती सरकारें, छह प्रधानमंत्री, लोकसभा में विश्वास-अविश्वास प्रस्ताव का सिलसिला, कांग्रेस का उभार, भाजपा का उभार, जनता दल नाम का बिखरता कुनबा, यथास्थितिवाद…
भारतीय राजनीति में परंपरागत रूप से दो तरह के नेता हैं। एक वे हैं जिन्हें पता है कि क्या करना है। एक वे हैं जिन्हें पता है कि क्या नहीं करना है। पहले…
प्रियंका गांधी की बनारस से उम्मीदवारी को हवा देकर अंत में न लड़ाने का फैसला करके कांग्रेस ने मोदी को ज़ोर का झटका धीरे से दे दिया है. मतलब शहर में एक दिलचस्प…