डॉ. वर्तिका इतिहास के पन्नों में अक्सर महिलाएँ खो जाती हैं और तब ये सिर्फ़ ज़रूरी नहीं बल्कि एक ज़िम्मेदारी सी लगती है कि ऐसी महिलाओं के बारे में लिखा-पढ़ा जाए और बातें…
मार्क्स पूरी तरह से क्रांतिकारी यथार्थवादी थे। उनके लिए बुनियादी पदार्थ ही यथार्थ था। गति पदार्थ के अस्तित्व का रूप है। उनके चिंतन की जड़ें ठोस सामाजिक यथार्थ में धंसी हुई थीं। लेकिन…
कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में 24 मार्च से लॉकडाउन की स्थिति है पर कश्मीर पिछलेसाल के अगस्त महीने से ही लॉकडाउन की स्थिति में चल रहा था। कश्मीर का लॉकडाउन पूरी…
फ़ादर स्टेन स्वामी “हम घर जाना चाहते हैं”. ज्यादातर प्रवासी मजदूरों का यही रोना हैं जहाँ कहीं भी वे हैं, लेकिन उनके घरों में एक अनिश्चित भविष्य उनका इंतजार कर रहा है।…
इस कोरोंटाइन समय में आपको दुनिया की बेहतरीन फ़िल्मों से परिचय संजय जोशी करवा रहे हैं. यह मीडिया विजिल के लिए लिखे जा रहे उनके साप्ताहिक स्तम्भ सिनेमा-सिनेमा की चौथी कड़ी है। मक़सद यह…
इस कोरोना काल में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नफरत की लहर सी आयी हुई है। तबलीगी जमात को केंद्र मे रखते हुए मुसलमानों को भारत मे कोरोना महामारी के फैलाव के लिए जिम्मेदार…
शुक्रवार की शाम ढलते-ढलते, केंद्रीय सूचना एवम् प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा समेत भाजपा और सरकार के तमाम नाम – एक अहम काम में जुट गए थे। ये काम, कोरोना…
एक लोककथा – हम क्या ढूंढने निकले थे और क्या ढूंढ रहे हैं.. एक पुराने अफ़साने में बादशाह अकबर ने बीरबल को सबसे बड़े मूर्खों की सूची बनाने का हुक्म दिया था|बस तब…
भारत में अथाह ग़रीबी है, लगभग 26 करोड़ की आबादी एक वक़्त का ही खाना जुटा पाती है और बच्चे कुपोषित होते हैं।इंसेफेलाइटिस और चमकी बुखार का प्रकोप होता है, बच्चे मारे जाते…
‘वो जिनके हाथ में छाले हैं, पैरों में बिवाई है, उन्हीं के दम से रौनक आपके बंगले में आई है.’ और दिन होते तो देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान न सिर्फ केन्द्र बल्कि राज्यों…
महामारियों के साथ खास बात यह जुड़ी है कि लोग उन्हें भूल जाते हैं। सौ-सवा सौ साल पहले का समय भारत में बड़ी महामारियों का था लेकिन मेरे गांव में उसकी याद एक…
शिक्षा अधिकार अधिनियम भारत की संसद द्वारा पारित ऐसा कानून है जो 6 से 14 वर्ष के सभी बच्चों के शिक्षा की जिम्मेदारी लेता है. एक अप्रैल 2020 को इस कानून को पारित…
कोविड-19 बीमारी को विश्व भर में फैलाकर महामारी बनाने में धार्मिक आयोजनों और धार्मिक यात्राओं की ख़तरनाक भूमिका दिखाई देती है। इसकी एक वजह ये है कि दूसरे आयोजन और समारोह में वर्गीय…
इस बार मन की बात में प्रधानसेवक देश के लोगों से बारम्बार माफी मांग रहे थे और अपने चिर परिचित अंदाज में उपदेश दे रहे थे। दरअसल दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल, वैशाली…
कोविड-19 महामारी की चुनौतियों के बीच रोज़गार की तलाश में गाँव से शहर की ओर जानेवाले प्रवासी मज़दूरों पर ज़्यादा बड़ा क़हर टूटा है। वैसे तो कई राज्य सरकारों ने राहत की घोषणा…
दिल्ली में शिक्षकों का एक समूह कोरोना महामारी के संदर्भ में जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए काम कर रहा है। इस समूह ने दिल्ली सरकार को संबोधित करते हुए…
देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को सेवानिवृत्त हुए मुश्किल से चार महीने ही बीते हैं कि भारत के राष्ट्रपति ने संविधान के अनुच्छेद 80(1)(a) और 80(3) की शक्तियों का इस्तेमाल करते…
लगभग सौ साल पहले, 1918 में इन्फ़्लुएंज़ा संक्रमण या स्पेनिश फ्लू ने पांच करोड़ लोगों को लील लिया था. भारत में मरने वालों की तादाद क़रीब एक करोड़ अस्सी लाख थी. हिंदी के…
पिछले दिनों श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस पार्टी छोड़ी और कांग्रेस की सरकार गिर गई। यह बेहद दुखद घटनाक्रम है जिसने न सिर्फ़ कांग्रेस कार्यकर्ताओं बल्कि उन सभी…
आजादी की लड़ाई के महान योद्धा और समाजवादी चिंतक डॉ. राममनोहर लोहिया की आज जयंती है। 23 मार्च 1910 को फैज़ाबाद जिले के अकबरपुर में पैदा हुए डॉ. लोहिया को उनके जीवन संघर्ष,…
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते महाराष्ट्र में काम कर रहे दिहाड़ी के मजदूर की छुट्टी के बाद उनका महाराष्ट्र/राजस्थान जैसे प्रदेशों में बेतहाशा रेलवे स्टेशन पर जमा होना और फिर स्पेशल ट्रेन/बस…
हमारे जैसे छोटे-मोटे लोग दिन-रात बस अपनी चिन्ता करते हैं। कमाने-खाने, ओढ़ने-पहनने, खर्च-बचत की चिन्ताएँ। मामूली, निहायत ही स्वार्थी चिन्ताएँ। लेकिन हद तो यह है कि इस पर भी हम चाहते हैं कि…
कोरोना वायरस के कारण पूरे विश्व में लॉकडाउन जैसी स्थिति है. लगभग सभी देश की सरकारों ने लोगों को अपने घरों में रहने की सलाह दी है. इसी क्रम में भारत में भी…
पिछले साल दिसंबर से लेकर अब तक नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर व्यापक स्तर पर विरोध जारी है. देश के हर हिस्से में प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों के अनुसार सीएए के विरोध का…
भारतीय लोकतंत्र में निरंतर चलने वाली सभा को राज्यसभा के नाम से जाना जाता है. जहां लोकसभा में सदस्य सीधे जनता द्वारा चुने जाते हैं तो वहीं दूसरी तरफ राज्यसभा के सदस्य हर…