कृषि क़ानून: इंडिया गेट पर फूँका ट्रैक्टर, भगत सिंह के गाँव में धरने पर अमरिंदर, कर्नाटक बंद!

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मोदी सरकार द्वारा संसद में पास कराये गए कृषि विधेयकों को राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद किसानों ने अपना आंदोलन और तेज कर दिया है। पंजाब, हरियाणा समेत देश के कई हिस्सों में किसान लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह शहीद भगत सिंह के गांव में धरने पर बैठे हैं, तो कर्नाटक के किसानों ने आज राज्य में बंद का ऐलान किया है। इधर आज दिल्ली में इंडिया गेट के पास राजपथ पर पंजाब यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया है। उन्होंने राजपथ पर ट्रैक्टर जला कर कृषि कानूनों का विरोध किया।

इंडिया गेट पर प्रदर्शनकारियों ने शहीद भगत सिंह की तस्वीर लेकर मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बताया जा रहा है कि ये लोग पंजाब से ही टैक्टर लेकर आये थे। दिल्ली पुलिस ने पंजाब के रहने वाले पांच लोगों को हिरासत में लिया है।

 

यूथ कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि “बहरों को सुनाने के लिए बहुत ऊँची आवाज की आवश्यकता होती है। यह बात शहीद-ए-आजम भगत सिंह ने एसेम्बली पर बम फेंकने के बाद कही थी। आज पंजाब यूथ कांग्रेस ने गूंगी बहरी सरकार को जगाने के लिए इंडिया गेट पर किसानों के साथ ट्रेक्टर आग के हवाले किया और प्रदर्शन किया”।

शहीद भगत सिंह के गांव में धरने पर बैठे अमरिंदर सिंह

वहीं पंजाब में कृषि कानूनों के खिलाफ किसान लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब में सत्तारुढ़ कांग्रेस शहीद भगत सिंह की जयंती पर उनके गांव में धरना दे रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह शहीद भगत सिंह के गांव खटकर कलां में धरने पर बैठे हैं। अमरिंदर सिंह के साथ कई मंत्री और विधायक भी धरने पर बैठे हैं। कांग्रेस महासचिव और पंजाब के प्रभारी हरीश रावत भी धरने में शामिल हैं।

कर्नाटक में आज किसानों का बंद

कर्नाटक के किसानों ने आज राज्य में बंद का ऐलान किया है। किसान संगठन ने मोदी सरकार के कृषि कानूनों के साथ साथ राज्य की येदियुरप्पा सरकार द्वारा शुरू किए गए भूमि सुधार अधिनियमों के विरोध में इस बंद का आह्वान किया। बंद को देखते हुए बंगलूरू, कलबुर्गी सहित राज्य के कई इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।

कांग्रेस और जेडी (एस) ने किसानों के बंद का समर्थन किया। इन दोनों पार्टियों ने विधानसभा में विधेयक का विरोध भी किया था। किसान संगठन राजधानी बंगलूरू में टाउन हॉल से मैसूर बैंक सर्कल तक विरोध मार्च भी निकाल रहे हैं।