हाथरस की पीड़िता के परिवार का नार्को टेस्ट करने के यूपी सरकार के आदेश पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि योगी सरकार नैतिक रूप से भ्रष्ट है। पीड़िता को इलाज नहीं मिला, समय पर शिकायत नहीं लिखी, शव को जबरदस्ती जलाया, परिवार कैद में है, उन्हें दबाया जा रहा है – अब उन्हें धमकी दी जा रही कि नार्को टेस्ट होगा।
यूपी सरकार नैतिक रूप से भ्रष्ट है।
पीड़िता को इलाज नहीं मिला, समय पर शिकायत नहीं लिखी, शव को जबरदस्ती जलाया, परिवार कैद में है, उन्हें दबाया जा रहा है – अब उन्हें धमकी दी जा रही कि नार्को टेस्ट होगा।
ये व्यवहार देश को मँजूर नहीं।
पीड़िता के परिवार को धमकाना बंद कीजिए।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 3, 2020
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को धार देने में जुटीं प्रियंका गाँधी ने अब हाथरस कांड के मुद्दे को लेकर अपना रुख कड़ा काफी कर लिया है। उन्होंने साफ़ कहा है कि योगी आदित्यनाथ को अब मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्हें इस्तीफ़ा दे देना चाहिए। हाथरस में मीडिया को पीड़िता के परिजनों से न मिलने देने और परिजनों और पत्रकारों का फोन टैप करने पर उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
इस सिलसिले में उन्होंने इंडिया टुडे ग्रुप की ओर से जारी एक बयान अपने ट्विटर पर नत्थी किया है।
.@myogiadityanath RESIGN. You have no moral right to continue as Chief Minister of UP. pic.twitter.com/kZHqRcE6JI
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 2, 2020
प्रियंका गाँधी ने कुछ प्रशासनिक अधिकारियों को निलंबित किये जाने को भी नाकाफ़ी बताया है।।
.@myogiadityanath जी कुछ मोहरों को सस्पेंड करने से क्या होगा? हाथरस की पीड़िता, उसके परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया? हाथरस के डीएम, एसपी के फोन रिकार्ड्स पब्लिक किए जाएँ। मुख्यमंत्रीज अपनी जिम्मेदारी से हटने की कोशिश न करें। देश देख रहा है @myogiadityanath इस्तीफा दो
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 2, 2020
ज़ाहिर है, अब तक किसानों और युवाओं के सवाल पर कांग्रेस के यूपी में सक्रिय करने में जुटी प्रियंका के लिए हाथरस कांड योगी सरकार को अमानवीय साबित करने का एक बड़ा मौका है। जिस तरीके से पीड़िता के शव को बिना परिजनों को दिखाये रात के अंधेरे में जलाया गया, उसने यूपी की कानून-व्यवस्था और सरकार के रवैये की ओर पूरे देश का ध्यान खींचा है। कांग्रेस के लिए यह अपने खोये दलित आधार से फिर संवाद बढ़ाने का मौका भी है। इसीलिए प्रियंका गाँधी गाँधी जयंती पर दिल्ली के पंचकुइयाँ रोड स्थित वाल्मीकि मंदिर की प्रार्थना सभा में भी शामिल शामिल हुईं। गाँधी जी स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान यहाँ दो सौ दिन रहे थे।
कांग्रेस के इस आक्रामक रवैये से यूपी की योगी सरकार बैकफुट पर है। उमा भारती के ताबड़तोड़ ट्वीट ने भी योगी आदित्यनाथ की परेशानी बढ़ा दी है। यह सवाल पूछा जा रहा है कि किस आधार पर मीडिया और राजनीतिक दलों को पीड़ितों से नहीं मिलने दिया जा रहा है।
ख़बर ये भी है कि प्रियंका गाँधी और राहुल गाँधी फिर हाथरस जा सकते हैं। दो दिन पहले इस कोशिश में यूपी पुलिस ने उनके साथ धक्का मुक्की करके हिरासत में ले लिया था।