गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में आज घाेषणा की है कि एनआरसी की प्रक्रिया को समूचे देश में लागू किया जाएगा। उनके मुताबिक किसी भी धर्म के समुदाय के साथ पक्षपात नहीं किया जाएगा बल्कि समान रूप से देश के सभी नागरिकों को राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर में शामिल किया जाएगा। इसी घाेषणा के बीच अमेरिका ने 150 अवैध भारतीय नागरिकों को वापस भारत भेज दिया है। इनमें वैसे लोग शामिल हैं, जिन्होंने या तो वीजा नियमों का उल्लंघन किया था या फिर अवैध तरीके से अमेरिका गए थे।
इन लोगों को लेकर एक विशेष विमान दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल संख्या तीन पर सुबह छह बजे पहुंचा। यह विमान बांग्लादेश होते हुए भारत आया है।
Around 150 Indians deported from US, for either violating visa norms or illegally entering America, land at Delhi airport: official
— Press Trust of India (@PTI_News) November 20, 2019
इससे पहले मेक्सिको आव्रजन प्रशासन ने 18 अक्टूबर को एक महिला समेत 300 से ज्यादा भारतीय लोगों को भारत वापस भेजा था क्योंकि ये लोग अवैध तरीके से मैक्सिकों में घुसे थे और अमेरिका जाने की ताक में थे।
Their American dream shattered and huge savings wasted, nearly 150 Indians returned home after being deported.https://t.co/2JQYtqlinz
— The Quint (@TheQuint) November 20, 2019
दूसरी ओर, अमित शाह की देशव्यापी एनआरसी की घाेषणा के साथ एक खबर सामने आयी है कि एनआरसी के डर से तमाम भारतीय मुसलमान बांग्लादेश का रुख़ कर रहे हैं। ममता बनर्जी द्वारा बंगाल में डिटेंशन सेंटर बनवाने और अमित शाह की घाेषणा के बीच यूएनआइ ने ख़बर जारी की है कि पिछले दो हफ्ते के दौरान बांग्लादेश के सीमा प्रहरियों ने करीब 200 भारतीयों को पकड़ा है जो अवैध तरीके से बांग्लादेश में घुसने की कोशिश कर रहे थे।
बॉर्डर गार्ड के मुताबिक इन भारतीय घुसपैठियों में ज्यादातर लोग मुसलमान थे। अदालती आदेश पर इन्हें जेल भेज दिया गया है।