सोशल मीडिया पर कुछ घंटे से वायरल एक वीडियो ने न्यू इंडिया के सारे दावों को एक बार फिर ध्वस्त कर दिया है। दबंगों के उत्पीड़न को एक बार फिर सामने लाती ये घटना उत्तर प्रदेश के चंदौली ज़िले की है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री की लोकसभा सीट वाराणसी से सटे हुए यूपी के चंदौली के कंदवा थाना क्षेत्र के आमड़ा गांव में एक पिता-पुत्र को महज खेत से चने चुराने के आरोप में पूरे गांव के पैर छूने पड़े। इस घटना में आरोपी शख़्स को विश्व हिंदू परिषद से जुड़ा, स्थानीय दबंग बताया जा रहा है।
ट्विटर पर सबसे पहले इस घटना का वीडियो समाजवादी पार्टी के नेता मनोज सिंह ने साझा करते हुए, उसमें तमाम और नेताओं को मेंशन किया। मनोज सिंह ‘काका’ की मानें तो उत्पीड़न करने वाला ये शख़्स शशिकांत राय, विहिप से जुड़ा हुआ है। ये इलाके का दबंग व्यक्ति है और वीडियो में साफ़ दिख रहा है कि किस तरह – सामाजिक उत्पीड़न के अलावा लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। हालांकि पुलिस ने साफ किया है कि पीड़ित व्यक्ति दलित नहीं है।
चन्दौली के अमडा गॉव मे पुत्र की ग़लती पर दलित पिता को विहिप नेता ने दरबार लगाकर सरेआम गालियाँ दी माफ़ी मगवायी @chandaulipolice क्या कर रही है ?चन्दौली मे कौन तालीबानी अदालत चल रहा है ये कहॉ का न्याय है दोषियों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्यवाही हो @dmchandauli @samajwadiparty @ndtv pic.twitter.com/XbilOYKPtX
— Manoj KAKA (@ManojSinghKAKA) April 25, 2020
मनोज सिंह की ट्वीट में साझा किए गए, इस वीडियो में शशिकांत राय हाथ में लाठी लिए नजर आ रहे हैं। एक युवक दिख रहा है, जिसे लोगों के पैर छूकर माफ़ी मांगने के लिए विवश किया जा रहा है। इसके अलावा इसी घटना के कुछ और वीडियो, कुछ और लोगों ने भी साझा किए, जिनमें से एक जेएनयू के पूर्व छात्र नेता और अब कांग्रेस नेता प्रदीप नरवाल हैं। नरवाल की ट्वीट के जवाब में चंदौली पुलिस ने साफ किया है कि पीड़ित की जाति के बारे मैं फैलाए जा रहे तथ्य सत्य नहीं हैं।
कृपया असत्य तथ्यों के आधार पर गलत संदेश ना दें पीड़ित दलित नहीं और उक्त प्रकरण में सम्बन्धित थाने पर मु0अ0सं0 31/20
धारा 323/504/188/269/270 IPC के अन्तर्गत शशिकांत राय पुत्र स्व0 सकल नारायण राय व अन्य के विरुद्ध पंजीकृत है तथा अन्य आवश्यक विधिक कार्यवाही प्रचलित है।@Uppolice— Chandauli police (@chandaulipolice) April 26, 2020
बताया जा रहा है कि शुक्रवार रात को शशिकांत राय ने अपने खत से चने चोरी का आरोप अपने ही गांव के निवासी एक पिता-पुत्र पर लगाया। वे इस परिवार के पास जा कर, पिता-पुत्र को पकड़कर अपने घर ले आए। इसके बाद पिता-पुत्र से मार-पीट की गई और उनको पहले अपने और फिर पूरे गांव के पैरों पर गिरवाकर माफी मंगवाई।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस को हरकत में आना पड़ा। अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस ने शशिकांत राय और अन्य के खिलाफ लॉकडाउन उल्लंघन के अलावा अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में बाद में चंदौली पुलिस ने ट्वीट के साफ किया है कि पीड़ित का सम्बंध दलित समुदाय से नहीं है और उसने ज़रूरी क़ानूनी कार्रवाई शुरु कर दी है।
थाना कन्दवा @kandwacdi अन्तर्गत अमड़ा गांव का एक वीडियो वायरल हो रहा है, उक्त सम्बन्ध में अ0पु0अ0 चन्दौली का वक्तव्य 👇#uppolice @Uppolice @dgpup @adgzonevaranasi @IgRangeVaranasi @dmchandauli @CMOfficeUP @ANINewsUP @cosakaldihacdi pic.twitter.com/26qK1PuFvH
— Chandauli police (@chandaulipolice) April 25, 2020