तेलंगाना में केसीआर सरकार ने रविवार को राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) के 48,000 हड़ताली कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया. लंबे समय से लंबित पड़ी अपनी मांगों के लिए ये कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. सरकार ने हड़ताल समाप्त करने के लिए समय सीमा तय कर दी थी.
#Hyderabad: Telangana State Road Transport Corporation (TSRTC) employees go on indefinite strike over their demand for the merger of the TSRTC with the government. pic.twitter.com/5wGHIgkFBD
— ANI (@ANI) October 5, 2019
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने रविवार देर शाम परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने कहा कि आरटीसी में अब सिर्फ 1,200 कर्मचारी हैं. इनमें वे लोग शामिल हैं, जो इस हड़ताल में शामिल नहीं थे. या फिर जो शानिवार शाम छह बजे तक ड्यूटी पर लौट आए.
An official press release quoting the #Telangana CM said that on the #TSRTC strike day only 1,200 staff were present in the corporation and as the rest did not report, they would not be taken into service under any circumstances. https://t.co/hm4bawTACJ
— The New Indian Express (@NewIndianXpress) October 7, 2019
सरकार ने शुक्रवार देर रात सख्त कदम उठाते हुए चेतावनी दी थी कि जो लोग शनिवार शाम छह बजे तक ड्यूटी पर आएंगे, उन्हें ही टीएसआरटीसी कर्मचारी माना जाएगा. सरकार ने कहा था कि बाकी को कभी भी संगठन में वापस काम पर नहीं रखा जाएगा.
Ragavulu, Zonal Secretary, Telangana State Road Transport Corporation (TSRTC) Employee Union on strike over their demand for merger of TSRTC with the government: We submitted our demands on 3rd September to the management, it had been a month and no negotiation was held. pic.twitter.com/fLJZGOsYCU
— ANI (@ANI) October 7, 2019
इसके साथ ही उन्होंने रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन को राज्य सरकार में मर्जर करने की मांग को भी खारिज कर दिया.
सीएमओ से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा है कि यूनियन से किसी तरह की वार्ता का कोई सवाल ही नहीं है. उन्होंने कहा कि कर्मचारी हड़ताल पर जाकर एक बड़ा अपराध किया है, वो भी उस समय जब निगम को 1200 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. निगम पर 5,000 करोड़ रुपये का कर्ज़ है, जबकि डीज़ल की क़ीमतों में वृद्धि के चलते ये घाटा और बढ़ता जा रहा है.
The indefinite strike by employees of Telangana State Road Transport Corporation (#TSRTC) entered its third day on Oct 7 as the #KCR government refused to hold talk or even take back 48,000 striking employees issuing orders to recruit new employees and hire more private buses. pic.twitter.com/ttwyfVct7l
— IANS (@ians_india) October 7, 2019
केसीआर सरकार द्वारा इस महा बर्खास्तगी के बाद तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) कर्मचारी यूनियन ने रैली का आह्वान किया है.
‘Won’t succumb’: Telangana RTC unions calls for rally after KCR sacks 48000 employeeshttps://t.co/XIyuMXoKRw
(@asrao2009 reports) pic.twitter.com/sDTdJyE3RJ
— Hindustan Times (@htTweets) October 7, 2019
प्रदेश के अधिकारी 2100 बसों को किराए पर लेकर अस्थाई ड्राइवरों को तैनात कर बस सेवा को जैसे-तैसे चला रहे हैं. सेवा में कुछ स्कूली बसों को भी लगाया गया है.
बस हड़ताल के कारण पूरे राज्य की सड़कों से टीएसआरटीसी की बसें नदारद हैं. सैकड़ों यात्री बस स्टेशनों में फंस गए हैं. 10,000 से अधिक बसें डिपो में ही खड़ी हैं. इसके कारण दशहरा और बतुकम्मा त्योहार के लिए घर जा रहे यात्रियों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है.