सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से बरखास्त जवान तेज बहादुर यादव वाराणसी से समाजवादी पार्टी के टिकट पर प्रधानमंत्री मोदी खिलाफ़ अपना नामांकन रद्द होने के खिलाफ सुप्रीम पहुंच गये हैं. तेज बहादुर ने चुनाव आयोग के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. उनकी तरफ से जाने-माने एडवोकेट प्रशांत भूषण मुकदमे की पैरवी करेंगे.
तेज बहादुर यादव ने पहले निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा दाखिल किया था. इसके बाद समाजवादी पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया. समाजवादी पार्टी ने पहले शालिनी यादव को टिकट दिया था.
Dismissed BSF jawan Tej Bahadur Yadav approaches Supreme Court challenging rejection of his nomination as Samajwadi Party candidate from Varanasi Lok Sabha Constituency. Advocate Prashant Bhushan is appearing for Yadav (file pic) pic.twitter.com/Wr5x1zqZh7
— ANI (@ANI) May 6, 2019
वाराणसी के जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेन्द्र सिंह ने तेज बहादुर यादव द्वारा पेश नामांकन पत्र के दो सेटों में ‘कमियां’ पाते हुए उनसे एक दिन बाद अनापत्ति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने को कहा था. वाराणसी से निरस्त होने के बाद नामांकन का मामला दिल्ली पहुंचा तो केंद्रीय चुनाव आयोग ने भी उसे खारिज कर दिया। इसके बाद बहादुर ने फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का ऐलान किया था.
नामांकन रद्द होने के बाद तेज बहादुर ने मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया था कि मोदी और अमित शाह के दवाब में उनका नामांकन रद्द किये गये हैं. उस वक्त उनके वकील ने इस मामले को सुप्रोम कोर्ट ले जाने की बात कही थी.
Supreme Court will hear the matter on May 8 pertaining to Congress' petition challenging Election Commission's decision of giving clean chit to PM Modi and BJP President Amit Shah in a hate speech complaint. pic.twitter.com/mDVfMLMudP
— ANI (@ANI) May 6, 2019
इस चुनाव से जुड़ी एक और खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की ‘हेट स्पीच’ पर कांग्रेस की शिकायत पर केन्द्रीय चुनाव आयोग द्वारा दोनों को क्लीन चिट दिए जाने के खिलाफ़ कांग्रेस पार्टी द्वारा दायर याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय 8 मई को सुनवाई करेगा.
चुनाव आयोग के पास प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ़ आदर्श आचार सहिंता के उल्लंघन से सम्बंधित अब तक दायर तमाम मामलों में आयोग ने मोदी को पाक साफ घोषित करते हुए उन्हें क्लीन चिट दी है.