
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आज घोरावल नरसंहार के पीडि़त परिवारों से आखिरकार मुलाकात कर ही ली। शुक्रवार को इन परिवारों से मिलने के लिए जाते वक्त उन्हें नारायणपुर में गिरफ्तार कर लिया गया था और चुनार किले में लाकर रखा गया था।
अंतत: सरकार और प्रशासन को हमारी मांग के आगे झुकना पड़ा और पीडित परिवारों को लाख रोकने के बावजूद, हमसे मिलने देना पड़ा |…
Posted by Priyanka Gandhi on Friday, July 19, 2019
शुक्रवार देर शाम इन आदिवासी परिवारों को प्रियंका गांधी से मिलाने की कोशिश की गई थी। जब प्रियंका गांधी को उभा जाने से रोक दिया गया, तब योजना बनी कि आदिवासी परिवार गांव से खुद प्रियंका से मिलने चुनार किले जाएंगे। देर शाम करीब दो दर्जन आदिवासी पैदल और ट्रैक्टरों से चलकर उभा से चुनार पहुंचे लेकिन वे प्रियंका से मिल नहीं सके। सख्त सुरक्षा और रात में किले की बिजली काटे जाने की खबरों के बीच यह मुलाकात मुमकिन नहीं हो सकी।
एक तो चुनार के अखरी से लेकर बनारस तक लगी आइटीबीपी की फोर्स और दूसरे चुनार किले के बाहर सख्त पहराबंदी के साथ-साथ सोनभद्र की सीमा में प्रवेश पर धारा 144 की अधिसूचना ने आम जन का आवागमन कल से मुश्किल कर रखा था। ऐसे में आज सुबह बड़ी मशक्कत से पीडि़त परिवारों ने प्रियंका गांधी से मिलने में कामयाबी हासिल की।
प्रियंका ने मारे गए आदिवासियों के परिवारों के साथ एकजुटता दिखाते हुए उनकी लड़ाई में साथ खड़े रह कर संघर्ष करने की बात कही है।
माना जा रहा है कि इस अहम मुलाकात के बाद प्रियंका आज देर शाम अपना धरना खत्म कर देंगी। परिवारों से मिलने के बाद प्रियंका ने चुनार किले में मौजूद मीडिया को संबोधित करते हुए कहां कि वे जिस मकसद से आई थीं वह पूरा हो गया।
Posted by Anil Yadav on Saturday, July 20, 2019
इस घटनाक्रम के बाद माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी का धरना खत्म हो चुका है और वे यहां से बनारस जा सकती हैं। कांग्रेस के नेता ललितेशपति त्रिपाठी ने इस संबंध में जानकारी दी है:
सत्य की असत्य पर एक और जीत, हमेशा की तरह!
ज़िलाधिकारी मिर्ज़ापुर ने कहा कि @priyankagandhi जी किसी हिरासत में नहीं हैं, वो जहां जाना चाहे जाएं, किसी मुचलके की कोई ज़रूरत नहीं।#PriyankaForPeople #PriyankaFightsForPeople pic.twitter.com/9kaICTDanh
— Lalitesh Pati Tripathi (@IncNiku) July 20, 2019