जेएनयू और आइआइटी से पढ़े शरजील इमाम पर अलीगढ़ में 16 जनवरी को दिए भाषण के मामले में राजद्रोह के चार केस यूपी, दिल्ली, असम और अरुणाचल में दर्ज कर लिए गए हैं।
4 cases of sedition filed against JNU student, Sharjeel Imam, by #Delhi, #UttarPradesh, #ArunachalPradesh & #Assam police, for allegedly making an anti-national statement on January 16 anti #CAAProtest at #AligarhMuslimUniversity @AlokReporter with more details #CAA_NRC_NPR pic.twitter.com/0W8wziM2m4
— Mirror Now (@MirrorNow) January 26, 2020
दिल्ली पुलिस बिहार में उनके गांव तक पहुंच गयी है। ख़बर है कि उनके चचेरे भाइयों को भी पुलिस ने उठा लिया है। इंडिया अगेंस्ट हेट के नदीम खान ने अपने फेसबुक के माध्यम से यह जानकारी दी है।
शरजील इमाम शाहीन बाग आंदोलन के बीच चर्चा में आए थे। शाहीन बाग आंदोलन के वे शुरुआती आयोजकों में एक रहे। अलीगढ़ के एएमयू में उन्होंने 16 जनवरी को एक भाषण दिया जिसके आधार पर उन पर अलीगढ़ में पहला केस दर्ज किया गया।
Case registered in Aligarh against Sharjeel Imam,JNU student&organiser of anti-CAA protest at Delhi's Shaheen Bagh.SSP Aligarh says,"He made anti-national statements at AMU students protest on Jan 16. Based on video of his speech,case registered. Team is being sent to arrest him" pic.twitter.com/7O4wnAClFa
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 25, 2020
असम में गोहाटी क्राइम ब्रांच ने भी शरजील के खिलाफ एक एफआइआर दर्ज की है। उन पर यूएपीए सहित कुछ और धाराएं लगायी गयी हैं।
GP Singh, ADGP Law & Order, Assam Police: An FIR has been lodged against Sharjil Imam for his speech and inter alia commission of offence u/s 13 (1)/18 of the UA(P)ACT read with section 153 A, 153 B and 124 A IPC at Guwahati Crime Branch Police Station. pic.twitter.com/Q755Z2O6x7
— ANI (@ANI) January 25, 2020
अब ख़बर है कि असम सरकार ने भी उन पर राजद्रोह का भी मुकदमा कर दिया है।
Assam Minister Himanta Biswa Sarma: The main organizer
of Shaheen Bagh protest (in Delhi), Sarjil has said that Assam should be cut off from the rest of India. State government has taken cognizance of this seditious statement and has decided to register a case against him. pic.twitter.com/HYq6LspNmV— ANI (@ANI) January 25, 2020
शरजील पर हुए मुकदमों और शाहीन बाग आंदोलन से उनकी संबद्धता को लेकर उठे विवाद के संदर्भ में शाहीन बाग के आयोजकों ने एक वक्तव्य जारी कर साफ़ किया है कि शाहीन बाग आंदोलन शाहीन बाग़ की महिलाओं द्वारा चलाया जा रहा है जिसमें अब तक लाखों लोग शामिल हुए हैं. शर्जील इमाम इस आन्दोलन का कोई अकेला आयोजक नहीं है.
वक्तव्य में कहा गया है कि आंदोलन का यह 43वां दिन है और इसमें अब तक लाखों लोग लोकतान्त्रिक और धर्मनिरपेक्ष रूप में शामिल हो चुके हैं. ये सभी लोग संविधान में उल्लेखित समानता, स्वतंत्रता और एकता को बचाने के उद्देश्य से शामिल हुए हैं. वक्तव्य में सभी से अपील की गई है कि वे किसी भी तरह के बहकावे में आकर कोई भी विवादास्पद बयान न दें न ही किसी भी तरह की गलत बयानी या अफवाह पर ध्यान दें.
इस बीच वायरल हो रहे शरजील के वीडियो पर तरह तरह की व्याख्याएं आ रही हैं। इस मामले में फेसबुक पर लिखी गयीं दो टिप्पणियां काबिले गौर हैं जिनमें शरजील के भाषण और उसकी गलत व्याख्याओं के बारे में समझाया गया है।
एक पोस्ट पत्रकार दिलीप खान है जिसे नीचे पढ़ा जा सकता हैः
दूसरी पोस्ट स्त्रीकाल के संपादक और नारीवादी कार्यकर्ता संजीव चंदन ने लिखी हैः
शरजील इमाम के भाषण को नीचे सुना जा सकता हैः
https://twitter.com/Iyervval/status/1220972931469045767?s=20