देश में कोरोना की दूसरी लहर अब शांत है, लेकिन कई राज्यों से अभी इसने अपने पैर पीछे नही लिए हैं। केरल, महाराष्ट्र सहित भारत के कुछ राज्यों में स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। जिस वजह से दूसरी लहर इन राज्यों में कायम है और लोगों को संक्रमित कर रहीं है। आपको बता दें की डेल्टा और डेल्टा प्लस इन राज्यों को अधिक प्रभावित कर रहा है। ऐसे में कोरोना पर निगरानी के लिए बनायी गयी सरकारी संस्था इन्साकॉग ने बीते तीन हफ्तों की स्थिति को लेकर डराने वाली रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक,पिछले 15 दिनों में, डेल्टा प्लस के मामलों में न केवल छह गुना वृद्धि हुई है, बल्कि अब तक अकेले डेल्टा संस्करण से 13 म्यूटेशन हो चुके हैं और प्रत्येक की पुष्टि भारत में ही हुई है।
डेल्टा प्लस फॉर्म में 6.44 गुना बढ़ोतरी..
इन्साकॉग की रिपोर्ट के मुताबिक, 9 से 31 अगस्त के बीच 10,000 से ज्यादा सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई, जिसमें डेल्टा प्लस फॉर्म में 6.44 गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह बढ़ोतरी लोगो की लापरवाही से बेहद घातक साबित हो सकती है। इस पर चिंता जताते हुए इन्साकॉग ने लोगों से गुज़ारिश की है कि वे कोरोना वायरस पर बिल्कुल भी भरोसा न करें। क्योंकि वायरस लगातार अपना स्वरूप बदल रहा है। अपील करते हुए कहा गया की बहुत से लोग सोचते हैं कि वायरस अब शांत हो गया है लेकिन वैज्ञानिक रूप से ऐसे सबूत नहीं मिल रहें हैं।
सभी म्यूटेशन भारत में मौजूद..
इन्साकॉग की रिपोर्ट के अनुसार, वायरस में लगातार बदलाव होते रहते हैं और इनमें से कौन सा म्यूटेशन आने वाले दिनों में क्या असर दिखा सकता है? इसकी जानकारी भी किसी को नहीं है। इन्साकॉग ने बताया कि अब तक AY-1 से AY-12 नाम के 13 म्यूटेशन डेल्टा स्वरूप में पाए गए हैं। इन सभी म्यूटेशन की पुष्टि 856 सैंपल में हो चुकी है और यह सभी ही भारत में मौजूद है। बताते चलें की भारत में पिछले कुछ दिन से लगातार 40 से 45 हजार के बीच नए कोरोना केस सामने आ रहे हैं, जिसमें सबसे अधिक केस केरल में हैं।
वैज्ञानिकों ने कहा कि जीनोम सीक्वेंसिंग की जांच में 68 फीसदी सिर्फ डेल्टा वेरिएंट ही पाया गया। चिंता की बात तो यह है की यह वैक्सीनेशन के बाद भी लोग इसकी चपेट में आ सकते है। देश में इस वक्त नए मामलों की बात करें तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार 04 सितंबर 2021 को सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोरोना के 42,618 नए मामले सामने आए हैं।