भारत के शीर्ष वनस्पति तेल व्यापार निकाय ने सोमवार को अपने सदस्यों को मलेशिया से ताड़ के तेल की खरीद बंद करने को कहा है. कश्मीर को लेकर पाकिस्तान का समर्थन करने वाले मलेशिया और भारत के बीच तनावपूर्ण संबंधों को देखते हुए सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईएआई) ने सरकार का साथ देने का निर्णय किया है. भारतीय खाद्य तेल उद्योग ने अपने सभी सदस्यों से आह्वान किया है कि वो मलेशिया से पाम तेल खरीदना पूरी तरह से बंद कर दें.
India’s top vegetable oil trade body asked its members to stop buying palm oil from Malaysia, an unprecedented call aimed at helping New Delhi punish the country for criticising India over its policy towards Kashmir.https://t.co/I76pAPi6CI
— The Telegraph (@ttindia) October 22, 2019
मलेशिया के प्रधान मंत्री महाथिर मोहम्मद ने पिछले महीने कहा था कि भारत ने कश्मीर पर आक्रमण कर उस पर कब्जा किया है.
मलेशिया द्वारा पाकिस्तान का साथ दिए जाने के बाद से भारत द्वारा आयात किए जाने वाले पाम आयल की मांग में खासी गिरावट देखी गई. देश के व्यापारियों ने साफ कहा है कि उनके लिए व्यापार से पहले देश है. भारत सबसे ज्यादा पाम ऑयल मलेशिया से आयात करता है.
An influential Indian trade group tells members to stop buying palm oil from Malaysia after criticism of Kashmir policy https://t.co/jmXCyGnQP1
— Bloomberg Economics (@economics) October 21, 2019
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईएआई) के निर्देश से पता चलता है कि राष्ट्रवादी भावनाएं अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को कैसे प्रभावित कर सकती हैं, और इंडोनेशिया के बाद दुनिया के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक और ताड़ के तेल के निर्यातक मलेशिया के लिए एक बड़ा झटका है।
भारतीय खाद्य तेल उद्योग ने भी सोमवार को एक एडवाइजरी जारी कर कहा है कि मलेशिया के प्रधानमंत्री द्वारा अप्रमाणित घोषणाओं से भारत सरकार नाराज है और वह इसका जवाबी कार्रवाई करने पर विचार कर रही है. जिम्मेदार भारतीय खाद्य तेल उद्योग के रूप में, हम मलेशिया से पाम तेल की खरीद करने से तब तक बचें, जब तक भारत सरकार आगे आकर कोई स्पष्टता नहीं देती है.
The directive by the Solvent Extractors’ Association of India (SEAI) shows how nationalist sentiments can impact international business, and is a big blow to Malaysia, the world’s second largest producer and exporter of palm oil after Indonesia. https://t.co/C6HZ5Den4A
— Reuters Asia (@ReutersAsia) October 21, 2019
खाने के तेल के मामले में भारत अभी आत्मनिर्भर नहीं हुआ है.देश में खपत होने वाले कुल खाने के तेल का लगभग 60-65 प्रतिशत भाग विदेशों से आयात होता है और देश में आयात होने वाले कुल खाने के तेल का लगभग 60-65 प्रतिशत भाग पाम ऑयल का होता है. मलेशिया और इंडोनेशिया पाम ऑयल के सबसे बड़े उत्पादक देश हैं और भारत इन्हीं दोनो देशों से पाम ऑयल का आयात करता है.
मलेशिया की जीडीपी में खाद्य तेलों के व्यापार का योगदान 2.8 प्रतिशत है. दक्षिण पूर्व एशिया में पाम ऑयल उद्योग सबसे बड़ा है. इससे 3.2 करोड़ लोगों को रोजगार मिला हुआ है.