आरएसएस की शाखाओं में दीक्षित होकर शिवपुर मंडल कार्यवाह पद पर पहुँचे हिम्मत पाटीदार की हत्या पर अगर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कमलनाथ सरकार को जबरदस्त तरीके से घेरा तो स्वाभाविक ही था। उन्होंने ट्वीट करके श्रद्धांजलि ही नहीं दी, कांग्रेस सरकार को सबक सिखाने की चेतावनी भी दी थी। लेकिन अब कहानी में ऐसा मोड़ आया है कि शिवराज भी सर पीटने के अलावा कुछ नहीं कर पाएँगे।
जी हाँ, रतलाम जिले के ग्राम कमेड़ में मिले जिस शव को आरएसएस नेता हिम्मत पाटीदार का बताया जा रहा था, वह दरअसल उसके नौकर मदनलाल मालवीय का निकला। हिम्मत ने 20 लाख बीमे की रकम की लालच में मदन की हत्या की, फिर शव को अपने कपड़े पहनाकर उसका मुँह जला दिया ताकि पहचान में न आए। उसने शव के आसपास अपना सामान भी बिखेर दिया ताकि सबको यही लगे कि लाश उसीकी है।
पहले शक़ जताया जा रहा था कि हिम्मत पाटीदार की हत्या करके मदन मालवीय भाग गया है, लेकिन शव के डीएनए टेस्ट से खुलासा हुआ कि मामला उल्टा है। अब पुलिस हिम्मत पाटीदार की तलाश कर रही है जो फरार है। पुलिस ने उस पर दस हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया है।
एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि 23 जनवरी को हिम्मत के पिता ने ही पुलिस को सूचना दी थी कि उसके बेटे की हत्या कर चेहरा जला दिया गया है। वह 22 जनवरी रात खेतों में पानी लगाने गया था। परिवारवालों ने परिजनों ने मृतक की पहचान कपड़ों, सामान के आधार पर हिम्मत के रूप में की थी, लेकिन जब पुलिस ने जाँच आगे बढ़ाई तो पता चला कि हिम्मत के साथ-साथ खेत पर काम करने वाला मदन भी गायब है। पुलिस को मदन पर शक़ हुआ, लेकिन जब मृतक की डायरी से बीमा नंबर, एफ़डी, पिन नंबर आदि की जानकारी मिली तो कुछ शक हुआ। शव का डीएनए टेस्ट कराया गया तो पता चला कि शव मदन का है, न कि हिम्मत का। हिम्मत ने दरअसल, एक जैसी कद काठी का फायदा उठाकर अपनी हत्या की झूठी कहानी गढ़ दी।
पुलिस के मुताबिक हिम्मत लेन-देन का काम करता था और उस पर काफी कर्ज हो चुका था। उसने स्टेट बैंक से 20 लाख रुपये का बीमा कराय था जिसकी नामिनी उसकी पत्नी थीं। कोशिश इस पैसे को हासिल करना था। अब पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि साजिश में उसके परिवार वाले भी शामिल थे कि नहीं।
उधर, मदन मालवीय के घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। माँ बदहवास हैं तो पिता बेसुध। पत्नी मन्नाबाई मूक-बधिर है। इशारों में जवाब देती हैं। मदन की 8 और एक साल की दो बेटियाँ हैं जो अनाथ हो गई हैं।
इस पर्दाफाश के बाद राजनीति भी गरमा गई है। बीजेपी ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया था। अब कांग्रेस नेता बीजेपी को आईना दिखा रहे हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि फरार हिम्मत पाटीदार को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।