आर्थिक मंदी की मार से कोई भी क्षेत्र नहीं बच पाया है. ऑटोमोबाइल सेक्टर से लेकर रीयल एस्टेट और इस्पात से लेकर बिस्कुट तक की कम्पनियों के यूनिट बंद हो रहे हैं और नौकरियां जा रही हैं. ताजा खबर यह है कि मुंबई भाजपा अध्यक्ष मंगल प्रभात लोढ़ा ने अपनी रीयल एस्टेट कम्पनी मैक्रोटेक डेवलपर्स से 400 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया. कंपनी पर करीब 25,600 करोड़ रुपये का कर्ज है.
Amid rising debt and falling sales, Macrotech Developers, formerly Lodha Group, has given pink slips to around 400 employees.https://t.co/tPowDqTSup
— NDTV Profit (@NDTVProfitIndia) September 4, 2019
हालांकि, देश के सबसे बड़े रीयल एस्टेट समूह ने कहा है कि इन कर्मचारियों की छंटनी उनके कामकाज के प्रदर्शन की समीक्षा के बाद की गई है. जबकि दो वैश्विक रेटिंग एजेंसियों मूडीज इन्वेस्टर्स एंड सर्विस तथा फिच रेटिंग्स ने लोढ़ा समूह की रेटिंग को नकारात्मक परिदृश्य के साथ नीचे किया है.
फिच की इकाई इंडिया रेटिंग्स द्वारा हाल में जारी रेटिंग में कहा गया है कि बीते वित्त वर्ष 2018-19 में मैक्रोटेक का कर्ज 13 प्रतिशत बढ़कर 25,640 करोड़ रुपए पर पहुंच गया.
मुंबई भाजपा अध्यक्ष मंगल प्रभात लोढ़ा द्वारा प्रवर्तित कंपनी में कर्मचारियों की छंटनी ऐसे समय की गई है जबकि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर छह साल के निचले स्तर पांच प्रतिशत पर आ गई है.