वरिष्ठ वकील और पूर्व कानून मंत्री राम जेठमलानी का रविवार सुबह दिल्ली में उनके आवास पर निधन हो गया. वह 95 वर्ष के थे. जेठमलानी अभी आरजेडी से राज्यसभा सांसद थे. वह अटल बिहार वाजपेयी की सरकार में शहरी विकास मंत्री रहे. उनका अंतिम संस्कार आज शाम लोधी रोड शवदाह गृह में किया जाएगा.
Veteran lawyer Ram Jethmalani passes away at his residence in Delhi. He was 95 years old. (file pic) pic.twitter.com/Utai8qxxh4
— ANI (@ANI) September 8, 2019
भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें घर जाकर श्रद्धांजलि दी.
Delhi: Union Home Minister Amit Shah pays last respects to veteran lawyer and former Union Minister Ram Jethmalani at the latter's residence. Ram Jethmalani passed away this morning at the age of 95. pic.twitter.com/HCKoXZOplS
— ANI (@ANI) September 8, 2019
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, जेठमलानी जी के निधन पर गहरा दुख हुआ. अरविंद केजरीवाल ने कहा, अपने आप में एक संस्था, उन्होंने स्वतंत्रता के बाद के भारत में आपराधिक कानून को आकार दिया. उसका शून्य कभी नहीं भरा जाएगा और उसका नाम कानूनी इतिहास में सुनहरे शब्दों में लिखा जाएगा.
Extremely saddened at the passing away of legendary lawyer Ram Jethmalani ji. An institution in himself, he shaped criminal law in post-independence India. His void would never be filled and his name will be written in golden words in legal history.
RIP Ram sir
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 8, 2019
जेठमलानी का जन्म सिंध प्रांत के सिखारपुर में 14 सितंबर 1923 को हुआ था. जेठमलानी के पिता बोलचंद गुरमुख दास जेठमलानी और दादा भी वकील थे. पाकिस्तान बनने के बाद वह एक दोस्त की सलाह पर मुंबई आ गए थे.
उनका पहली बार नाम साल 1959 में केएम नानावती बनाम महाराष्ट्र सरकार का केस लड़ने के बाद सामने आया था. इसके अलावा उन्होंने राजीव गांधी के हत्यारों के पक्ष में भी केस लड़ा था. वहीं स्कॉट मार्केट घोटाले में हर्षद मेहता और केतर पारेख का केस लड़ा था.
छठी और सातवीं लोकसभा में जेठमलानी ने भाजपा के टिकट पर मुबंई से चुनाव जीता था. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वह कानून मंत्री और शहरी विकास मंत्री रहे.
नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, राम जेठमलानी जी के निधन से, भारत ने एक असाधारण वकील और प्रतिष्ठित सार्वजनिक व्यक्ति को खो दिया. राम जेठमलानी ने न्यायालय और संसद दोनों में समृद्ध योगदान दिया है. वह मजाकिया, साहसी और कभी भी किसी भी विषय पर साहसपूर्वक बोलने से नहीं कतराते थे.
I consider myself fortunate to have got numerous opportunities to interact with Shri Ram Jethmalani Ji. In these sad moments, my condolences to his family, friends and many admirers. He may not be here but his pioneering work will live on! Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 8, 2019