मोदी सरकार कोरोना और जीडीपी से लेकर चीन के मुद्दे तक झूठ ही झूठ बोल रही है। दरअसल, बीजेपी ने झूठ को संस्थागत तौर पर फैला रही है- यह कहना है कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी का।
राहुल गाँधी ने इस संबंध में कई ट्वीट किये हैं। एक ट्वीट में उन्होंने वाशिंगटन पोस्ट का हवाला दिया है जिसमें भारत में हो रही कोरोना मौतों के आंकड़ों पर संदेह जताया गया है। अख़बार में एक्सपर्ट्स के हवाले से छपे एक लेख में कहा गया है कि कोरोना के मामले भारत में दस लाख के पार हो गये हैं लेकिन मौत के आँकड़े जिस तरह कम हैं, वह अविश्वसनीय है। कई जगह तो पिछले साल की आम मौतों के मुकाबले भी कम मौतें दर्ज की गयी हैं। कुल मिलाकर भारत में कोरोना के आंकड़ों को लेकर सरकार द्वारा किये जा रहे किसी खेल की ओर इशारा किया गया है।
BJP has institutionalised lies.
1. Covid19 by restricting testing and misreporting deaths.
2. GDP by using a new calculation method.
3. Chinese aggression by frightening the media.The illusion will break soon and India will pay the price.https://t.co/YR9b1kD1wB
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 19, 2020
इसी तरह राहुल ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का एक भाषण भी ट्वीट किया है और कहा है कि चीन ने भारत की जमीन हड़प ली, लेकिन भारत सरकार चैम्बरलेन की तरह व्यवहार कर रही है।
(आर्थर नेविल चैम्बरलेन द्वितीय विश्वयुद्ध के समय ब्रिटिश प्रधानमंत्री थे जिन्होंने 30 सितंबर 1939 को हिटलर के साथ म्यूनिख संधि पर हस्ताक्षर किये थे जिसके तहत चेकस्लोवाकिया का जर्मनभाषी क्षेत्र जर्मनी को सौंप दिया गया था। तब से ‘चैंबरलेन’ एक मुहावरा बन गया जिसका अर्थ आक्रमणकारी का तुष्टिकरण है।)
China has taken our land and GOI is behaving like Chamberlain. This will further embolden China.
India is going to pay a huge price because of GOI’s cowardly actions. pic.twitter.com/5ewIFvj5wy
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 18, 2020
जानकारों का कहना है कि भारत और चीन के बीच चल रही बातचीत का नतीजा ये है कि भारत उसी इलाके में बफ़र जोन बनाने पर राज़ी हो गया जो उसका अपना था। चीन ने पांग्त्सो झील के करीब फिंगर 4 तक आ डटा है जबकि पहले भारतीय सैनिक फिंगर 8 तक जाते थे। लेकिन मीडिया चीन को सबक सिखाने के अंदाज़ में कवरेज कर रहा है और प्रधानमंत्री मोदी से लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह एक इंच ज़मीन भी न देने की घोषणा कर रहे हैं।