नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्से में विरोध प्रदर्शन जारी है. इस बीच खबर है कि बहुराष्ट्रीय कम्पनियों जैसे गूगल, अमेज़न, ऊबर और फेसबुक में काम करने वाले भारतीय और भारतीय मूल के लोगों ने सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ चल रहे आन्दोलन के पक्ष में आवाज़ उठाई है. इन लोगों ने आन्दोलनकारियों पर दमन रोकने की मांग के साथ ही सुंदर पिचाई, सत्य नडेला और मुकेश अंबानी जैसे व्यापारियों को पत्र लिख कर अपना रुख साफ़ करने को कहा है.
A group of Indian and Indian-origin professionals working with tech giants like Google, Uber, Amazon and Facebook have written an open letter against the new religion-based citizenship lawhttps://t.co/EJp2CUuf4E
— Outlook India (@Outlookindia) December 27, 2019
ऑनलाइन प्रकाशन मंच मीडियम पर ‘TechAgainstFascism’ के पत्र ने भी नेताओं से आग्रह किया कि वे “सरकार की सनक” पर इंटरनेट बंद करने से इंकार कर दें और यह सुनिश्चित करें कि कंटेंट मॉडरेशन सरकार समर्थक तो नहीं हो रहा है.
पत्र में कहा गया है, “हम, प्रौद्योगिकी उद्योग के इंजीनियर, शोधकर्ता, विश्लेषक और डिजाइनर फासीवादी भारत सरकार द्वारा नागरिकों पर की गई क्रूरता की निंदा करते हैं.” इस पत्र में मांग की गई है कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ राज्य द्वारा प्रायोजित बर्बरता तुरंत बंद होनी चाहिए.
वहीं इजराइल में पढ़ रहे भारतीय छात्रों ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ मूक प्रदर्शन किया है. तेल-अवीव स्थित भारतीय दूतावास के सामने इन छात्रों ने प्रदर्शन किया है.
Dozens of Indian students in Israel staged silent protest against CAA, NRC in front of Indian embassy in Tel Aviv: says statement by students
— Press Trust of India (@PTI_News) December 27, 2019
वहीं आज दिल्ली, मुंबई, पटना, यूपी और अजमेर में नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन जारी है.
Demanding a rollback of the #CitizenshipAmendmentAct, a large number of Muslims took out a protest march stating that the controversial law is an attack on the Preamble of the Constitution.https://t.co/nzq9px3Nts
— The New Indian Express (@NewIndianXpress) December 27, 2019
Rajasthan: People stage protest in Ajmer against #CitizenshipAmendmentAct pic.twitter.com/wXTDjQ9aM8
— ANI (@ANI) December 27, 2019
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इन्टरनेट सेवा आज भी ठप है और धारा 144 लागू है. मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में नागरिकता कानून के विरोध में विशाल रैली हो रही है.
Maharashtra: People gather in large numbers at Azad Maidan to protest against #CitizenshipAmendmentAct. pic.twitter.com/FErc6HC9Kv
— ANI (@ANI) December 27, 2019
आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में भी विरोध प्रदर्शन हो रहा है, वहीं बेंगलुरु में भी विरोध प्रदर्शन जारी है.
Andhra Pradesh: Protesters demonstrate against #CitizenshipAmendmentAct in Vijayawada. pic.twitter.com/PITvSWR59d
— ANI (@ANI) December 27, 2019
दिल्ली में उत्तर प्रदेश भवन के आसपास धारा 144 लागू है , यहां आज प्रदर्शन था. यहां कई लोगों को हिरासत में लिया है.
Delhi: Police detains protesters from outside Uttar Pradesh Bhawan. #CitizenshipAmendmentAct pic.twitter.com/FNOy45ojvy
— ANI (@ANI) December 27, 2019
More than 100 people detained in Delhi at Mandir Marg Police Station for protesting outside UP Bhawan against the wanton violence unleashed by UP police targetting muslim communities. Why are peaceful protestors being detained? #IndiansAgainstCAA #delhiprotest pic.twitter.com/X6zWDEQwfn
— Anjali Bhardwaj (@AnjaliB_) December 27, 2019