मीडियाविजिल संवाददाता बनारस हिंदू विश्वविद्यालय एक बार फिर गलत कारणों से सुर्खियों में है। बीएचयू के कला संकाय के डीन, पत्रकारिता विभाग के प्रभारी और हिंदी के वरिष्ठ अध्यापक डॉ. कुमार पंकज के…
अभिषेक श्रीवास्तव पहले अध्याय में मैंने बताया था कि कैसे दुनिया भर के मीडिया पर यहूदियों का ‘कब्ज़ा’ है। इस पर कुछ प्रतिक्रियाएं आईं और उनमें ‘कब्ज़ा’ शब्द पर आपत्ति जतायी गई। कुछ…
(नरेंद्र मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने इज़रायल की आधिकारिक यात्रा सत्तर बरस की आज़ादी में पहली बार की है। इस बात पर बार-बार मीडिया में ज़ोर दिया जा रहा है।…
इसराइली भाषा हिब्रू पढ़ाने वाला मुसलमान प्रोफ़ेसर… बीबीसी हिंदी में यह ख़बर 5 जुलाई को छापी है। संवाददाता सुशील झा की इस ख़बर में ज़ोर प्रोफ़ेसर के मुसलमान होने पर है…यही ख़बर का…
देश के सबसे बड़े पत्रकारिता संस्थान भारतीय जनसंचार संस्थान नई दिल्ली (आईआईएमसी) में एक मुस्लिम छात्र से इंटरव्यू में भेदभाव का एक गंभीर मामला सामने आया है। इंटरव्यू करने वाले पैनलिस्ट ये भी नहीं…
अरविंद दास बीबीसी हिंदी ऑन लाइन ने इन दिनों एक सिरीज चला रखी है. जिसके मुताबिक – ‘बहुसंख्यकों के बीच अल्पसंख्यकों का होना मुश्किल है या आसान? कोई अल्पसंख्यक या बहुसंख्यक धर्म,…
आज राँची के थियोलोजिकल हॉल, गोस्नर मिशन कम्पाउंड में भूमि अधिकार आंदोलन के बैनर तले दो दिवसीय जनसंघर्षों के राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन सत्र पूर्व सांसद हन्नान मोल्लाह की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।…
पंकज श्रीवास्तव सुभाष कोली मीडिया का हीरो नहीं है…हाँलाकि उसे होना चाहिए था। सुभाष कोली बताता है कि मनुष्य का ईमान उसे कितना मज़बूत बना सकता है। सुभाष कोली वही शख्स है जिसने…
कल ईद थी। इस बार की ईद जुनैद और उसके जैसे कई निर्दोषों की हत्याओं के चलते खास बन गई थी। देश भर में तमाम लोगों ने हिंसा की इस संस्कृति के खिलाफ…
गोपाल कृष्ण अनूठी पहचान/आधार संख्या मामले की सुनवाई के दौरान 2-3 मई, 2017 को जब अटॉर्नी जनरल और भारत सरकार के वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट को यह बताया कि उनके द्वारा उठाया जा…
लखनऊ में नेशनल मीडिया क्लब नाम की एक संस्था ने पिछले दिनों हिंदी पत्रकारिता दिवस के दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम का इस्तेमाल करते हुए कुछ वरिष्ठ पत्रकारों को…
मीडियाविजिल संवाददाता दिल्ली के मीडिया में मौसम बहुत तेज़ी से बदलता है। अप्रत्याशित नज़ारे देखने को मिलते हैं। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में मीडिया मंच के द्वारा ”मीडिया की आज़ादी और साख” पर…
पत्रकार प्रफुल बिदवई की स्मृति में उनकी पुण्यतिथि पर दिया जाने वाला पुरस्कार इस बार तर्कवादी डॉ. नरेंद्र दाभोलकर द्वारा स्थापित संस्था महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति (एमएएनएस) को दिल्ली में दिया जाएगा। शुक्रवार…
अभिषेक श्रीवास्तव याद करें कि बमुश्किल दो हफ्ते पहले भारत के टीवी मीडिया में वह हुआ था जैसा पहले कभी नहीं देखा गया। एनडीटीवी की एक समाचार प्रस्तोता ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी…
कुछ लोग हर समय इसी कोशिश में रहते हैं कि उन्हे कैसे मौका मिले और वो देश का माहौल खराब करके अपने राजनीतिक आकाओं को खुश कर दें. भारत-पाकिस्तान के मैच को युद्ध…
ऐसी ख़बरें हिंदी मीडिया आमतौर पर नहीं मिलतीं। अँग्रेज़ी में भी ढूँढनी पड़ती हैं। बहरहाल इकोनामिक एंड पोलिटकल वीकली (EPW) अपनी रवायत निभा रहा है। इस बीच दो ऐसी ख़बरें उसने छापी हैं…
हिंदी पत्रकारिता को तमाम लोग ‘सवर्ण हिंदू पत्रकारिता’ समझते हैं लेकिन हालत कहीं ज़्यादा गंभीर है। अब यह सीधे-सीधे सांप्रदायिक ज़हर फैलाने का अभियान हो गई है। क्या टीवी और क्या अख़बार…कुछ अपवादों…
गाँधी की जाति और कांग्रेस की विचारधारा राम पुनियानी गांधीजी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पर सैंकड़ों ग्रंथ लिखे जा चुके हैं और दोनों के बारे में विभिन्न व्यक्तियों की अलग-अलग राय हैं। गांधीजी…
दिल्ली स्थित प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थान आइआइएमसी (भारतीय जनसंचार संस्थान) में पुरुष छात्रावास के बोर्ड पर ‘पुरुष’ को पेंट से रंग दिया गया है जिससे अटकलें तेज़ हैं कि शायद अगले सत्र से संस्थान…
फुकुशिमा हादसे के बाद पूरी दुनिया परमाणु ऊर्जा से पीछे हट रही है वहीं भारत इस रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। पिछले माह मोदी सरकार ने 10 परमाणु रिएक्टरों…
अभिषेक श्रीवास्तव चौहानपट्टी में कुछ ढहा हो या नहीं, लेकिन वहां कुछ ढहने के कगार पर बेशक है। वह है चार सौ साल से चली आ रही सामाजिक समरसता और बंधुत्व की मज़बूत…
मानक हिंदी वर्तनी आज हिंदी लिखने पढ़ने वाले ‘अं’ ‘अँ’, ‘हंस’ ‘हँस’ की ही तरह ‘क’ ‘क़’, ‘ख’ ‘ख़’ और ‘ज’ ‘ज़’ जैसी ध्वनियोँ का अंतर लगभग भूल चुके हैँ. इस का एकमात्र…
गोरखपुर , 14 जून।कैम्पियरगंज के हरनामपुर गाव के हनुमानगंज चौराहे पर सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम के लिए बने हेलीपैड वाले खेत के किसानों को बहुत कम मुआवजा मिला. दो किसानों को तो…
पवन के. श्रीवास्तव निओ-लिबरल कैपिटलिज्म आने के बाद हमारे देश में बहुत कुछ बदला है। वृहद पैमाने पर हमारे देश की पॉलिसी बदली है तो थोड़ा-बहुत हम सब भी बदले हैं। भारतीय सिनेमा…
दिवालिया होने वालों के मन में लड्डू फूट रहे हैं! (मुकेश असीम) कारोबारी चैनल CNBC पर वाहवाही हो रही है कि रिजर्व बैंक ने 12 बड़े ख़राब कर्ज खातों को दिवालिया घोषित कर…