प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को 68वीं बार रेडियो पर मन की बात की और भारतीय लोकल खिलौनों को लेकर वोकल होने की सलाह दी। बहुत रंग-बिरंगे ढंग से इस भाषण को न सिर्फ रेडियो पर टीवी चैनलों पर भी प्रसारित किया गया। लेकिन मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इस पर तंज़ कसा है। पार्टी का कहना है कि चीन सीमा पर मिसाइलें तैनात कर रहा है और मोदी की 56 इंच की नीति खोखली नज़र आ रही है। पार्टी ने इस संबंध में रविवार को ही प्रेस कान्फ्रेंस भी की। पार्टी प्रवक्ता इस संबंध में छपी ख़बर को ट्वीट करते हुए कई सवाल खड़े किये।
. #चीन ने खोला नया मोर्चा,
राष्ट्रीय सुरक्षा को सीधे सीधे खतरा,
पर मोदी सरकार मूकदर्शक बनी हुई है!1. डोका ला में नई चीनी मिसाइल।
2. नाकू ला में नई चीनी मिसाइल।
3. भारत-भूटान-चीन ट्राई जंक्शन और सिक्किम के सामने चीनी मिसाइल जमावड़ा।देश को अंधेरे में क्यों रख रही बीजेपी सरकार? pic.twitter.com/md22bJAO9r
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 30, 2020
वहीं, प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस प्रवक्ता राजीव शुक्ला ने कहा कि चीन ने जिस प्रकार सीमा पर सैनिक और मिसाइलें तैनात की हैं, उससे अरुणाचल, चिकिन नेक, लद्दाख सीमा पर खतरा मंडरा रहा है। सरकार को देश के सामने स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। वहीं सांसद गौरव गोगोई ने मोदी सरकार की विदेश नीति पर सवाल खड़े किये। उन्होंने कहा कि ये 56 इंच की नीति नहीं है, खोखली नीति है। गोगोई ने कहा कि सरकार खतरे को समझ नहीं रही है और पीएम मोदी का बखान करने में लगी है। कांग्रेस ने चीन के मसले पर संसद में बहस की मांग भी की।
LIVE: Congress Party briefing by @ShuklaRajiv and @GauravGogoiAsm via video conferencing. https://t.co/dUd1BTD9pl
— Congress (@INCIndia) August 30, 2020
दरअसल, इस संबंध मे हाल में चिंताजनक ख़बरें आयी हैं। ख़बर है कि भारतीय सीमा पर चीन अपने वायुसेना के उपकरणों को अपग्रेड कर रहा है और विस्तार भी कर रहा है। इसी कड़ी में उसने दो नई एयर डिफेंस पोजिशन तैयार करनी शुरू कर दिया है, जिनके मिसाइल साइट्स होने की संभावना है। सिक्किम के सामने अपने अर्ली वॉर्निंग रेडार साइट्स के पास ये पोजिशन तैयार की जा रही हैं। भारत और चीन के बीच यहां पहले 2017 में विवाद गहराया था और 2020 में भी तनाव बढ़ा था।
ओपन इंटेलिजेंस सोर्स detresfa ने चीन, भूटान और भारत के ट्राई-जंक्शन एरिया डोकलाम की सैटलाइट तस्वीर शेयर की है। इसके मुताबिक नाकू ला और डोका ला पास से 50 किमी दूर सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों की साइट मौजूदा एयर डिफेंस गैप के नजदीक हैं जहां पहले विवाद की स्थिति थी। भारत भी लगातार इंटेलिजेंसी सर्विलांस और रेकी मिशन कर रहा है। इस सेक्टर में तनावपूर्ण स्थिति के चलते भारत ने यहां बोईंग P-8 जैसे जेट तैनात कर रखे हैं।
Investigations with @SimTack of the #Doklam region in the #China, #Bhutan, #India tri junction area present new evidence of PLA air defense infrastructure being constructed roughly 50 Kms from known clash points of the #IndiaChinaStandoff of 2017 & 2020 pic.twitter.com/5JWFZaoXrX
— d-atis☠️ (@detresfa_) August 28, 2020
यही नहीं पहले भी आयीं, सैटलाइट तस्वीरों में यह भी साफ नजर आ रहा है कि चीन लद्दाख लेकर अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे अपने इलाके में सात हवाई ठिकानों पर बड़े पैमाने पर सतह से हवा में मार करने में सक्षम मिसाइलें तैनात कर रहा है। चीन ने लद्दाख से सटे अपने रुटोग काउंटी, नागरी कुंशा एयरपोर्ट, उत्तराखंड सीमा पर मानसरोवर झील, सिक्किम से सटे शिगेज एयरपोर्ट और गोरग्गर हवाई ठिकाने, अरुणाचल प्रदेश से सटे मैनलिंग और लहूंजे में सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें तैनात की हैं।
इसके पहले सैटेलाइट तस्वीरों से यह भी साबित हो गया है कि भारत की जमीन पर कई किलोमीटर अंदर आकर चीनी सैनिक बैठ गये हैं। रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट में भी पिछले दिनों इसे स्वीकार किया गया था।लेकिन देश पर आये इस संकट पर मुख्यधारा का मीडिया चुप्पी साधकर सरकार को बचा रहा है। उसके लिए सीमा नहीं सुशांत मुद्दा है।