बीते रविवार को सैकड़ों नकाबपोश गुंडों द्वारा जेएनयू में छात्रों और अध्यापकों पर हमले के विरोध में देशभर में छात्र एकजुट होकर जेएनयू के छात्रों के समर्थन में खड़े हैं वहीं देश के बाहर भी इस हमले को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना हो रही है और विदेशी छात्र भी जेएनयू के छात्रों के साथ एकजुटता दिखाते हुए समर्थन दे रहे हैं. इसी कड़ी में जेएनयू से पढ़े हुए पूर्व नेपाली छात्रों और साथियों ने इस हमले का विरोध करते हुए जेएनयू के छात्रों के समर्थन में एक बयान जारी किया है.
Statement in solidarity with students and teachers of JNU and against violence on campus https://t.co/63fCOO4dCd
— Deepak Pariyar (@deepakpariyarb) January 6, 2020
जारी बयान में कहा गया है- हम, नेपाली पूर्व छात्र और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के मित्र, 5 जनवरी, 2020 रविवार को विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों पर क्रूर हिंसा की निंदा करते हैं.
Statement in solidarity with students and teachers of JNU and against violence on campus
इस बयान में नेपाल के पूर्व छात्रों ने पूरे वारदात का उल्लेख करते हुए जेएनयू प्रशासन और वीसी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया है. साथ ही बीते दिनों भारत के अन्य विश्वविद्यालयों पर पुलिस द्वारा बर्बर हमले की भी निंदा की है. और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया से अपील की गई है कि वह इन हमलों की खबर लें.
JNU alumni in Nepal come out in large numbers in Kathmandu to express solidarity with their alma mater.JNU is not only a university it is an idea of freedom,creativity,critical thinking &resistance to injustice .@JNUSUofficial @ReallySwara @DrSJaishankar @SDMUNI @SitaramYechury pic.twitter.com/2sr8hfNN3k
— Baburam Bhattarai (@brb1954) January 6, 2020
अंत में मोदी सरकार से छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है.