पूरे देश में 19 दिसंबर को अशफ़ाकउल्ला खां और रामप्रसाद बिस्मिल की साझी शहादत के दिवस पर नागरिकता संशाेधन कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रोटेस्ट आयोजित किए गए हैं। इस लिहाज से देश भर में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है और बीते दो दिनों से गिरफ्तारियां हो रही हैं। उत्तर प्रदेश के बनारस में धारा 144 लगा दी गयी है।
लखनऊ में परिवर्तन चौक से प्रस्तावित विशाल रैली के ठीक पहले रिहाई मंच के अध्यक्ष एडवोकेट मो. शाेएब को पुलिस ने बुधवार शाम उनके घर में नज़रबंद कर दिया और डुमरियागंज से रिहाई मंच के नेता शाहरुख़ के बड़े भाई को पुलिस ने उठा लिया है।
इस बीच बनारस हिंदू युनिवर्सिटी से ख़बर है कि लंका थाना की तरफ बीएचयू के कुछ छात्रों को नोटिस दिया गया है! नोटिस भगत सिंह छात्र मोर्चा और आइसा छात्र संगठन के अनुपम कुमार, विवेक कुमार,आयुषी भूषण, शुभम अहाके, नीतीश कुमार, भुवाल यादव आदि को दिया गया है जिसमें नागरिकता संशोधन कानून व एनआरसी का विरोध नहीं करने की बात कही गयी है अन्यथा पुलिस कार्रवाई की बात कही गयी है!
छात्रों ने इस नोटिस को लेने से इंकार कर दिया है! छात्रों का मानना है कि यह साफ तौर पर लोकतांन्त्रिक अधिकारों का हनन है।
देर शाम रिहाई मंच के नेता राजीव यादव ने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए बताया है कि 19 दिसंबर को परिवर्तन चौक की रैली यथावत् है।
पिछले तीन दिनों से देश भर में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के मद्देनज़र उत्तर प्रदेश में अकेले 113 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज थाने में करीब 600 से 700 लोगों के खिलाफ 13 दिसंबर को नागरिकता कानून का विरोध करने के चलते राजद्रोह जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
इनमें एआइएमआइएम के जिला प्रमुच मो. कासिम भी शामिल हैं। केवल मऊ में 28 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिस तरीके से पूरे राज्य में पुलिस लोगों की धरपकड़ कर रही है, आशंका है कि प्रदर्शन के दौरान और उसके बाद भी गिरफ्तारियां होंगी। राज्य के कुछ इलाकों में अब तक इंटरनेट पर पाबंदी आयद है।
इस बीच बिहार से भी विरोध प्रदर्शन की सूचना है। भाेपाल में भी बड़े पैमाने पर सीएए का विरोध हुआ है। आज दिल्ली में मंडी हाउस से और लखनऊ में परिवर्तन चौक से विरोध रैली निकलनी है।
पूरे देश में जहां जहां आज प्रदर्शन हैं, उनका खाका नीचे दिया जा रहा हैः