जम्मू और कश्मीर में एक युवक को ”मानव शील्ड” की तरह सेना की जीप के आगे बांधकर घुमाने वाले कुख्यात मेजर गोगोई को श्रीनगर के एक होटल से किसी विवाद के सिलसिले में पुलिस ने हिरासत में ले लिया। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। उनके साथ एक व्यक्ति और एक महिला को भी हिरासत में लिया गया।
J&K: Police Station Khanyar received a call from a hotel that an altercation had taken place after woman from Budgam, who had come to see an army major at the hotel, was not allowed to do so. IGP Kashmir orders probe into the incident.
— ANI (@ANI) May 23, 2018
पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि श्रीनगर के डलगेट स्थित होटल ग्रैंड ममता से उनके पास एक फोन कॉल आया जिसके बाद मेजर लीतुल गोगोई, एक महिला और एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लिया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
फ्री प्रेस कश्मीर के पास उस कमरे की बुकिंग का विवरण है जिसे उसने अपनी ख़बर में साझा किया है। इसके मुताबिक कमरा मेजर गोगोई के नाम से बुक था। उन्होंने बुधवार 23 मई, 2018 को चेकइन किया था और चेकआउट का वक्त 24 मई गुरुवार था।
बुकिंग विवरण में लिखा है कि अतिथि ”कारोबारी काम से यात्रा कर रहा है और एक बिजनेस क्रेडिट कार्ड का प्रयोग कर सकता है। बुकिंग ऑनलाइन पोर्टल बुकिंग डॉट कॉम से की गई थी।”
आउटलुक की ख़बर के मुताबिक मेजर गोगोई के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी गई है। गोगोई बडगाम में पोस्टेड हैं। पुलिस के मुताबिक जो व्यक्ति और महिला उनसे मिलने होटल में गए थे, वे भी बडगाम से ही आए थे।
हाल ही में गोगोई को सेना प्रमुख ने काउंटर-इनसरजेंसी ऑपरेशन में उनके ”निरंतर प्रयासों” के लिए ”कमेंडेशन कार्ड” से सम्मानित किया था। गौरतलब है कि गोगोई के खिलाफ ”मानव शील्ड” वाली घटना में सेना के मुताबिक एक कोर्ट ऑफ इंक्वायरी जारी है बावजूद इसके उन्हें सम्मानित किया जाना घटना के प्रति सेना प्रमुख के समर्थन को दर्शाता है।
गोगोई ने एक कश्मीरी युवक फ़ारुक़ अहमद डार को सेना की जीप के बोनट पर बांधकर घुमाया था। यह घटना राष्ट्रीय सुर्खियों में जब आई तब इस पर काफी बवाल मचा था।