नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शुक्रवार को 200 से ज्यादा वकीलों और कानून के छात्रों ने मद्रास उच्च न्यायालय के बाहर अदालत के परिसर के सामने प्रदर्शन किया.
Madras High Court's lawyers protest against CAA https://t.co/GBJWSghJ1N
— The Leaflet (@TheLeaflet_in) January 3, 2020
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चेन्नई में वकीलों का यह पहला प्रदर्शन था. इस विरोध प्रदर्शन में अधिवक्ताओं ने अधिनियम के विरुद्ध पोस्टर हाथ में लेकर विरोध जताया और संविधान की प्रस्तवना का पाठ किया.
Advocates protest in Madras High Court#NRC_CAA_Protest #CAAProtest pic.twitter.com/2Rbg2VXfzK
— RadhakrishnanRK, PhD. (@RKRadhakrishn) January 3, 2020
संविधान की प्रस्तवना पढ़ने के बाद उन्होंने मानव श्रृंखला बनाकर करीब एक घंटे तक प्रदर्शन किया.
#advocates reading out the #Indian constitution as part of the human chain against #NRC_CAA_NPR pic.twitter.com/mLqx3jhFfw
— Harish Murali (@harismurali) January 3, 2020
#Madras High Court #advocates forming a human chain against #NRC_CAA_NPR @xpresstn pic.twitter.com/a8Cktq0BVs
— Harish Murali (@harismurali) January 3, 2020
वरिष्ठ अधिवक्ता एन जी आर प्रसाद, नलिनी चिदंबरम, बदर सईद, आर वैगाई, के दुरीसामी, अधिवक्ता अन्ना मैथ्यू, सी विजयकुमार, टी. मोहन, सुधा रामलिंगम अन्य युवा और वरिष्ठ वकीलों के बीच विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए.
https://twitter.com/MumbaiCentral/status/1212969592382869509