उत्तर प्रदेश की सत्ता दोबारा अपने नाम करने में बीजेपी जुटी हुई है। इसी कड़ी में 23 नवंबर यानी कि आज कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के बूथ सम्मेलन और पार्टी के क्षेत्रीय कार्यालय के उद्घाटन के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानपुर पहुंचें हैं। लेकिन जेपी नड्डा और सीएम योगी के पहुंचे से पहले गरीबों के जो इंतजाम किए गए वो बीजेपी के प्रशासन की तस्वीर उजागर कर रहे हैं।
पूरा मामला..
दरअसल, योगी, नड्डा के कानपुर आने के एक दिन पहले भगवान की मूर्तियां बनाने वालों की झुग्गी-बस्ती उजाड़ दी गयी। प्रशासन ने जेसीबी से उनके घर को तोड़ दिया। उनके द्वारा बनाई गई मूर्तियों को रौंद डाला और उन्हें ठंड में घर से बेघर कर छोड़ दिया । पीड़ित राजस्थान के रहने वाले हैं। उनका कहना है कि दस साल से अधिक समय से वह कानपुर दक्षिण के रेल मैदान में एक किनारे रहते थे।
भगवान और अन्य तरह की मूर्ति बनाने का काम करते थे। उनका कहना है कि अब वह कहा जायेंगे? प्रशासन ने उनके घर उजाड़ दिए और कोई रहने का ठिकाना भी नही दिया। उन्हें रोड पर भटकने को छोर दिया गया। आपको बता दें कि पीड़ित परिवार में दिव्यांग बूढ़े, बच्चे और गर्भवती महिलाएं भी हैं। पुलिस ने उनके साथ बर्बरता की मूर्तियां तोड़ दी इससे उनका भरी नुकसान हुआ, अब इसकी भरपाई कौन करेगा? क्या इससे यूपी सरकार को कोई फर्क पड़ेगा? जो खुद एक तरफ गरीबों के लिए बड़े-बड़े दावे कर रही है और दुसरी तरफ इन दावों की कुछ और ही हकीकत सामने आ रहीं।
कानपुर की जनता ने कोरोना के दौरान बहुत कष्ट झेले थे। लेकिन भाजपा..
सीएम योगी के कानपुर दौरे पर जाने से पहले बीजेपी के झूठे दावों का एक और पहलू सामने आया। लोगों के हित में काम करने का दावा करने वाले सीएम योगी आज कानपुर में हैं उनके आने से पहले एक तरफ तो गरीब मूर्ति निर्माताओं को प्रताड़ित किया गया उनके घर उजाड़ दिए गए। वहीं, दूसरी तरफ आज जिस कार्यालय के उद्घाटन के लिए जेपी नड्डा और सीएम योगी कानपुर पहुंचे हैं। वहां से पास ही एक अस्पताल बनाया जा रहा था। जो आज तक अधूरा पड़ा है।
बीजेपी के दावों की हकीकत को दिखाते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक खबर पोस्ट करते हुए बीजेपी पर हमला किया। उन्होंने ट्वीट में भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए लिखा, “खराब स्वास्थ्य सुविधाओं की वजह से कानपुर की जनता ने कोरोना के दौरान बहुत कष्ट झेले थे। लेकिन भाजपा की प्राथमिकता देखिए: अपना भव्य कार्यालय तैयार कर लिया मगर जनता के लिए अस्पताल की एक ईंट भी नहीं रखी। जनता सब देख रही है।”
खराब स्वास्थ्य सुविधाओं की वजह से कानपुर की जनता ने कोरोना के दौरान बहुत कष्ट झेले थे।
लेकिन भाजपा की प्राथमिकता देखिए:
अपना भव्य कार्यालय तैयार कर लिया
मगर जनता के लिए अस्पताल की एक ईंट भी नहीं रखी।जनता सब देख रही है। pic.twitter.com/q6V3eIeFKQ
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 23, 2021
जनता आज भी देख रही अस्पताल की राह और कार्यालय तैयार..
बता दें कि साउथ सिटी कानपुर में लाखों लोगों के लिए 100 बेड की सुविधा वाला सरकारी अस्पताल बनाने की योजना तैयार की गई थी। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने खुद इसकी घोषणा की थी, लेकिन लंबे समय बाद अस्पताल के नाम पर दूर-दूर तक एक ईंट भी नहीं लगाई गई, जबकि अस्पताल स्थल के पास ही बीजेपी का चार मंजिला भव्य क्षेत्रीय कार्यालय बनकर तैयार है। इसी अत्याधुनिक चार मंजिला बीजेपी कार्यालय का उद्घाटन आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किया। वहीं, आज भी कानपुर दक्षिण के लोग 100 बिस्तरों वाले अस्पताल की आधारशिला और शिलान्यास का इंतजार कर रहे हैं।
इस अस्पताल का निर्माण इसलिए किया जा रहा था ताकि कानपुर दक्षिण की जनता को उर्सला और हैलट अस्पताल तक जाने में जो कष्ट उठाने पड़ते हैं वह ना हो लेकिन आज भी कानपुर दक्षिण की जनता यहां जाने को मजबूर है और करीब 50 करोड़ की लागत से बना कर तैयार होने वाला यह अस्पताल आज भी अधूरा है। कोरोना के समय जब अस्पतालों में बेड्स नहीं थी। लोग फुटपार्क पर इलाज करवा रहे थे। अस्पताल के बाहर बेड नॉट अवेलेबल का नोटिस लगा हुआ था, तब भी यह अस्पताल इसी तरह अधूरे में पड़ा हुआ था और आज भी इसी तरह है, जबकि कार्यालय बनकर तैयार हो गया और आज उसका उद्घाटन भी हो गया।